छिंदवाड़ा लोकसभा -आदिवासी कार्ड खेल सकती है भाजपा, स्थानीय नेताओं से कहा -चेहरा बताएं

छिंदवाड़ा लोकसभा -आदिवासी कार्ड खेल सकती है भाजपा, स्थानीय नेताओं से कहा -चेहरा बताएं

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-01 07:49 GMT
छिंदवाड़ा लोकसभा -आदिवासी कार्ड खेल सकती है भाजपा, स्थानीय नेताओं से कहा -चेहरा बताएं

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। स्थानीय नेताओं के विरोध के चलते भाजपा प्रदेश नेतृत्व गोंडवाना नेता मनमोहन शाह बट्टी को भले ही एंट्री नहीं दिला पाया, लेकिन उस फार्मूले को जरूर अपनाने के मूड में है। भोपाल में हुई रायशुमारी में कुछ यही संकेत मिले हैं। जिला प्रबंध समिति के सदस्यों और दावेदारों से वन टू वन चर्चा में आदिवासी चेहरा पूछा गया है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा संगठन महामंत्री सुहास भगत ने जिले के नेताओं से बंद कमरे में वन टू वन करीब दो घंटे रायशुमारी की। जिसमें पार्टी के भीतर आदिवासी चेहरा कौन हो सकता है जिसे लोकसभा चुनाव में उतारा जाए यह भी टटोला गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ के मुकाबले विधानसभा उपचुनाव में दावेदारों की स्थिति भी खंगाली गई है।
अनुसुइया और नत्थन के नाम सामने आए
भाजपा सूत्रों के मुताबिक अन्य दावेदारों के अलावा जब आदिवासी चेहरा पूछा गया तो जिला प्रबंध समिति के सदस्यों में से अधिकांश ने भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और वर्तमान में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके और जुन्नारदेव के पूर्व विधायक नत्थनशाह कवरेती का नाम सुझाया। हालांकि अनुसुइया ऐन वक्त पर प्रत्याशी बनने के मूड में नहीं हैं। कहा जा रहा है कि संघ और प्रदेश नेतृत्व ने उनसे भी संपर्क साधा है। जिस पर उन्हें सकारात्मक जवाब नहीं मिला है।
बंटी और कन्हईराम पर विचार
भाजपा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए करीब आधा दर्जन   स्थानीय दावेदार सामने आए हैं।  रायशुमारी के बाद युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष बंटी साहू और भाजपा के प्रदेश मंत्री व पूर्व नपाध्यक्ष कन्हईराम रघुवंशी को विधानसभा चुनाव में उतारे जाने की प्रबल संभावनाएं जताई जा रही हैं। सूत्रों की माने तो वन टू वन चर्चा में ये दो नाम ज्यादा लोगों के मुंह से सुनाई दिए हैं। शेषराव यादव, नरेंद्र परमार और रमेश पोफली के नाम भी लिए गए।
दूसरी बार भोपाल तलब हुई जिला प्रबंध समिति
भोपाल में प्रदेश नेतृत्व के साथ जिला प्रबंध समिति की यह दूसरी बैठक थी। इससे पहले स्थानीय नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व पर सबकुछ छोड़ दिया था।  दोबारा बुलावे पर शनिवार को जिले से नरेंद्र परमार, कन्हईराम रघुवंशी, शेषराव यादव, नाना मोहोड़, संतोष जैन, रमेश पोफली, ताराचंद बावरिया, आशीष ठाकुर, मारोतराव खवसे, जिला पंचायत अध्यक्ष कांता ठाकुर और महापौर कांता सदारंग सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए। खास बात यह कि इस बैठक में भी चौधरी चंद्रभान सिंह और पं रमेश दुबे शरीक नहीं हो सके।

 

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