विदर्भ में किसान आत्महत्या ज्यादा है उस पर काम करो

विदर्भ में किसान आत्महत्या ज्यादा है उस पर काम करो

Anita Peddulwar
Update: 2020-03-07 13:52 GMT
विदर्भ में किसान आत्महत्या ज्यादा है उस पर काम करो

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केन्द्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि विदर्भ में किसान आत्महत्या को खत्म करने के लिए उसकी दिशा में काम करने की जरुरत है। आपके उपभोक्ता आप तक नहीं पहुंच पा रहे है ऐसे में आपको उन तक पहुंचना होगा। किसानों तक पहुंचने के लिए स्थानीय बॉडी जैसे सरपंच आदि से समन्वय साधना होगा।

मौसम विभाग को आमजन से जुड़ाव की जरुरत है, पहले पूर्वानुमान पर जैसा बताया जाता था वैसा नहीं होता था जिस वजह से मौसम विभाग से लोगों का भरोसा उठ गया है उसे कायम करना होगा इसके लिए दफ्तर से निकलकर फील्ड में आने की जरुरत है। वह मौसम विभाग के तत्वावधान में रिजनल यूजर मीटर-2020 में मौसम पूर्वानुमान और मौसम संबंधी सेवाएं विषय पर आयोजित कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे, कार्यक्रम का आयोजन शनिवार 7 मार्च को वनामति स्थित सभागृह में किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी आशीष विजवल, केन्द्रीय भूजल मंडल नागपुर के संचालक डॉ.पी.के. जैन, मौसम विभाग के महाप्रबंधक मृत्युंजय मोहापात्रा, नागपुर के उप महाप्रबंधक एम.एल.साहू विशेष रूप से कार्यक्रम में उपस्थित थे।

महाप्रबंधक मोहपात्रा ने कहा कि अब देश में 27 रडार स्टेशन है जिससे 10 साल में 50 फीसदी सटीक पूर्वानुमान बढ़ा है। इससे धन और जीवन के बचाव की दिशा में कार्य हो रहा है। हमारा ध्यान ऑब्जर्वेशन बढ़ाने, कॉम्पिटेशन और मॉडल पर है इससे हमारा पूर्वानुमान एकदम सही हो रहा है लेकिन मौसम विज्ञान में ऐसा नहीं होता है कि 2 और 2 को जोड़ने पर 4 ही होंगे उसमें संभावनाओं के आधार पर अंक घटते या बढ़ते रहते है। उन्होंने निजी एजेंसियों द्वारा पूर्वानुमान करने की जानकारी पर कहा कि उनको हमारे पूर्वानुमान पर आगे काम करना चाहिए जिससे व्यवस्था को सुचारु बनाया जा सकें हमारे पास जो आधुनिक उपकरण और सुविधा है उनके बिना पूर्वानुमान करना आसान नहीं है।

चेन्नई-मुंबई में चल रहा पायलेट प्रोजेक्ट
बारिश होने वाली है यह तो हम बताते ही है लेकिन उसका प्रभाव किस क्षेत्र में पड़ेगा और उससे क्या प्रभावित होने वाला है इस प्रोजेक्ट पर हम चेन्नई और मुंबई में पायलेट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे है। इसमें स्थानीय सरकार और स्थायी संस्था से आंकड़ों की जरुरत पड़ेगी क्योंकि कहां कैसी बस्तियां है और घर है यह जानकारी उनके ही पास होती है।

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