नागपुर में नकली नोट चलाने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

नागपुर में नकली नोट चलाने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

Anita Peddulwar
Update: 2019-03-20 10:33 GMT
नागपुर में नकली नोट चलाने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  शहर में नकली नोट चलाने वाले पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर एक लाख रुपए पुलिस ने जब्त किए हैं। स्थानीय एजेंटों की मदद से नकली नोट को चलन में लाने की आशंका है।  पुलिस आरोपी पिता-पुत्र से पूछताछ कर रही है। बुधवार को अदालत में पेश कर उन्हें पीसीआर में लिया गया है। 

नकली नोट चलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य आरोपी मोहम्मद तौसिफ फारुखी (25) और उसके पिता मोहम्मद अकरम फारुखी (57) दोनों नागेश्वर नगर निवासी हैं। तौसिफ ,निजी वाहन चलाने का काम करता है और उसके पिता किसी रिश्तेदार के ही दुकान में मुर्गी बेचने का काम करते हैं। शुक्रवार की रात करीब पौने नौ बजे के दौरान लकड़गंज पुलिस को गुप्त जानकारी मिली कि तौसिफ ,आर.वी.मोबाइल शॉपी  के सामने नकली नोटों की खेप लेने के लिए आने वाला है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जाल बिछाया और उसे सौ रुपए के नकली नोटों के साथ दबोच लिया। पश्चात पुलिस ने तौसिफ की मोटर साइकिल क्र.एमएच 31 बी.एच.3392 की तलाशी ली। मोटरसाइकिल की डिक्की से भी नकली नोट मिले। उसके घर में भी पुलिस ने छापा मारा है। प्रकरण में तौसिफ के पिता अकरम की लिप्तता पाए जाने से उसे भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों पिता-पुत्र पुलिस को टालमटोल जवाब देने लगे थे। पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। जिससे आरोपियों के साथ सक्ती बरती गई।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सीमापार  पश्चिम बंगाल और पाकिस्तान से भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें अंतरराष्टीय गिरोह सक्रिय है। गिरोह ने स्थानीय एजेंटों को नियुक्त किया है। उसकी मदद से नकली नोटों को चलन में लाया जा रहा है।  गिरफ्तार पिता-पुत्र भी गिरोह के मामूली एजेंट हैं। जो  कमीशन बेसिक पर नकली नोट चलाने का काम करते हैं। प्रकरण में नागपुर की तरह देश के अन्य महानगरों में भी एजेंट नकली नोट चलाने का काम कर रहे हैं। पूर्व में भी कई बार शहर में नकली नोट चलाने का खुसाला हुआ है। समय-समय पर हुई पुलिस की कार्रवाई में एजेंटो को पकड़ा जा चुका है। लेकिन इसमें नकली नोट चलाने वाले बड़े चेहरे उजागर नही हुए हैं। जो हाथ लगे वह एजेंट ही लगे हैं। जो कि गिरोह के इशारे में कठपुतली की तरह नकली नोटों का जाल फैलाने का काम कर रहा है। 

एक लाख रुपए के एक ही नंबर के नोट 
कार्रवाई के दैारान जो नोट बरामद हुए उसका नंबर  3 जी.यू.179264 और दो सौ रुपए दर का नंबर 3 क्यू.ई.784451 है। इस तरह से एक ही नंबर के पुलिस ने 1 लाख 3 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। सभी नोट सीमापार से तस्करी कर भारत में लाने का संदेह है।

बड़े चेहरे कभी भी उजागर नही हुए 
नागपुर की तरह ही देश के अन्य महानगरों में भी नकली नोट से जुडे गिरोह के एजेंट सक्रिय हैं। गिरफ्तार पिता-पुत्र की तरह गिरोह के इशारे पर कमीशन बेसिक पर काम करते हैं। शहर में इसके पहले भी कई बार नकली नोटों के साथ आरोपियों को पकड़ा जा चुका है,लेकिन हर बार एजेंट ही पुलिस के हाथ लगे हैं। कभी भी इससे जुड़े बड़े चेहरे उजागर नही हुए हैं। इस बीच गिरफ्तार आरोपियों को बुधवार की दोपहर अदालत में पेश कर पीसीआर में लिया गया है। 

कोलकाता में नोट छापने का संदेह
आरोपी तौसिफ निजी वाहन चालक है। उसका शहर से बाहर आना-जाना लगा रहता है। ऐसे कभी वह कोलकोता गया होंगा और गिरोह के संपर्क में आया । कोलकाता से नकली नोट भारत में भेजे जाने की आशंका है।


 

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