मध्य प्रदेश : कटनी जिले के जनपद कार्यालय में उधार के भरोसे स्वच्छता अभियान

मध्य प्रदेश : कटनी जिले के जनपद कार्यालय में उधार के भरोसे स्वच्छता अभियान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-21 08:00 GMT
मध्य प्रदेश : कटनी जिले के जनपद कार्यालय में उधार के भरोसे स्वच्छता अभियान

डिजिटल डेस्क, कटनी। पंचायतों और ग्रामीणों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले मुख्यालय के जनपद कार्यालय कटनी में यह अभियान फ्लॉप शो बनकर रह गया है। फर्श से लेकर अर्श तक फैली गंदगी की सफाई कराने के लिए जिन दो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की तैनाती इस कार्यालय में की गई थी। अब उन्हें जिला पंचायत कार्यालय में अटैच करते हुए अफसर अपने बंगले की चाकरी करा रहे हैं। यहां पर अस्थाई रुप से एक कर्मचारी को सफाई के लिए रखा गया है। मामला सामने आने पर जनपद कार्यालय के अफसर हो सकता है कि राग अलाप रहे हैं, तो जिला पंचायत के अधिकारी का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।

चारों तरफ गंदगी का आलम
यहां पर चारों तरफ गंदगी का आलम दिखाई दिया। फर्श से लेकर अलमारियों के फाईलों में जमी धूल अभियान का पोल खोल रहे थे। मनरेगा शाखा में ही डस्टबीन ऊपर टेबल में रखा रहा। फर्श को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था कि यहां पर आज सफाई भी हुई है, या नहीं। आफिस में आने-जाने वाले लोगों ने बताया कि यहां पर यह आलम हर समय आसानी से देखी जा सकता है। कार्यालय में स्वच्छता अभियान सिर्फ प्रसाधन कक्षों तक सीमित होकर रह गया है।

स्वयं भूले, दूसरों को संदेश
इस जनपद पंचायत से 59 पंचायतें जुड़ी हुई हैं। यहां पर बैठे अफसर पंचायतों को तो स्वच्छता का खूब पाठ पढ़ा रहे हैं। लेकिन स्वयं उसका कितना पालन कर रहे हैं। कार्यालय को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। स्वच्छ भारत बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है लेकिन मुख्यालय के  प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय परिसर में भारत स्वच्छ अभियान की धज्जियां उड़ती जा रही है। वहीं स्थानीय प्रशासन इसके प्रति कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिसके लेकर सरकारी कार्यालय में आने वाले आमजन भी अफसरों के अभियान को लेकर यह सोचनें को मजबूर हैं कि शायद यह अभियान उनके लिए नहीं है।

संबंधित कर्मचारी ने साधी चुप्पी
अफसर और बड़े बाबुओं के मौखिक आदेश के आगे शाखा में पदस्थ कर्मचारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। जिला पंचायत में जब चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की जानकारी ली गई, तब संबंधित शाखा का लिपिक गोलमोल जवाब देते हुए दिखाई दिया। उसने अपना नाम तो नहीं बताया, लेकिन यह जरुर कहा कि कार्यालय में करीब 5 से 6 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को अटैच किया गया है।

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