बिना चले ही मेट्रो ने कमा लिए 107 करोड़, हांगकांग मेट्रो से ज्यादा नॉन फेअर रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य

बिना चले ही मेट्रो ने कमा लिए 107 करोड़, हांगकांग मेट्रो से ज्यादा नॉन फेअर रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-06 10:50 GMT
बिना चले ही मेट्रो ने कमा लिए 107 करोड़, हांगकांग मेट्रो से ज्यादा नॉन फेअर रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर मेट्रो अभी कमर्शियल तौर पर शुरू भी नहीं हुई है, कि 107 करोड़ से ज्यादा कमाई कर ली है। यह मेट्रो को टिकट बिक्री को छोड़ते हुए नॉन फेअर बॉक्स से मिला है। भविष्य में नागपुर मेट्रो ने हॉगकॉग मेट्रो से ज्यादा नॉन फेअर बॉक्स से रेवेन्यू हासिल करने का लक्ष्य सामने रखा है। गत 35 माह में 107 करोड़ 78 लाख राजस्व मेट्रो को केवल स्टांप ड्यूटी के माध्यम से मिला है। दरअसल यह राशि उन्हें राज्य सरकार की ओर से मिली है। शहर में हो रहे प्रापर्टी खरीदी-बिक्री में कटनेवाला 1 प्रतिशत मेट्रो टैक्स से यह राशि मेट्रो के खाते में जमा हो सकी है। फिलहाल मेट्रो की इस श्रेणी की गतिविधियां ठीक से शुरू नहीं हुई है, बावजूद इस तेजी से राजस्व प्राप्त होने से भविष्य में नागपुर मेट्रो हांगकांग मेट्रो को पीछे छोड़ने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।

नागपुर शहर में गत 35 माह से मेट्रो का काम चल रहा है। बर्डी से लोकमान्य नगर, खापरी, ऑटोमोटिव चौक, प्रजापति नगर की ओर मेट्रो की राह बनाई जा रही है। फिलहाल एअरपोर्ट साउथ स्टेशन से खापरी स्टेशन तक मेट्रो चलाई जा रही है। लेकिन अभी इसे केवल जॉय राइड के तौर पर ही चलाया जा रहा है। मार्च 2019 तक खापरी से बर्डी व बर्डी से लोकमान्य नगर की मेट्रो कमर्शियल तौर पर चलाने का ऐलान मेट्रो कर चुकी है। जिसके बाद से मेट्रो को फेअर बॉक्स से राजस्व प्राप्त होना शुरू होगा। लेकिन मेट्रो की टिकट किराया कम व सुविधा, सुरक्षा अव्वल रहने से मेट्रो को नियमित चलाने के लिए केवल इसी राजस्व पर निर्भर रहने से नहीं चलेगा। ऐसे में मेट्रो ने राजस्व प्राप्त करने के लिए नॉन फेअर बॉक्स का ऑप्शन रखा है। जिसके माध्यम से मेट्रो केवल अपने अधिकार क्षेत्र की इमारत, जमीन, गाड़ियां आदि का इस्तेमाल कर पैसा कमानेवाली है।

और यहां से मिलेगा राजस्व 

आनेवाले समय में मेट्रो को नॉन फेअर रेवेन्यू  प्रापर्टी के लेन-देन के साथ प्रापर्टी डेवलपमेंट, एअरपोर्ट स्टेशन इमारत को एनएचआई को सौंपने पर वर्धा रोड पर डबल डेकर बनाने पर मिलेगा।

दुनिया की नंबर वन मेट्रो बनने का लक्ष्य 

वर्तमान स्थिति में हॉगकॉग मेट्रो एकमेव ऐसी मेट्रो है, जो 40 प्रतिशत राजस्व केवल नॉन फेअर रेवेन्यू से प्राप्त कर रही है। नागपुर मेट्रो ने इसे पीछे छोड़ते हुए 50 प्रतिशत रेवेन्यू का लक्ष्य सामने रखा है।
 
 

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