राजस्थान: बेरोजगारी भत्ता बांटने में हर साल 372 करोड़ का खर्च...बजट सिर्फ 25 करोड़

राजस्थान: बेरोजगारी भत्ता बांटने में हर साल 372 करोड़ का खर्च...बजट सिर्फ 25 करोड़

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-01 04:18 GMT
हाईलाइट
  • एक मार्च से बेरोजगारों को 3500 रुपये भत्ता देने का ऐलान
  • भत्ता देने के लिए चाहिए 372 करोड़ रुपये
  • राजस्थान सरकार के सामने बेरोजगारी भत्ता बना चुनौती

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान सरकार ने बेरोजगार लोगों को 3500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान के सभी बेरोजगारों के खाते में एक मार्च से हर महीने 3500 रुपये डाले जाएंगे। ये भत्ता दो साल तक दिया जाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर सभी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है तो इसके लिए इतना पैसा कहां से आएगा।

अगर बात की जाए राजस्थान की जनसंख्या की तो साल 2011 की जनगणना के अनुसार यहां 6.85 करोड़ की आबादी है। जिसमें से 33 लाख लोग बेरोजगार है। इनमें 55 प्रतिशत युवा की आयु 25 वर्ष से कम है। ऐसी स्थिति में अगर सरकार सभी बेरोजगारों को हर महीने भत्ता देने पर फैसला करती है तो राजस्थान सरकार को हर महीने करीब 150 करोड़ रुपए की जरूरत होगी, लेकिन पंजीकृत बेरोजगार लोगों को जोड़ा जाए तो खर्चे आंकड़ा ह महीने 372 करोड़ तक पहुंचा जाता है।

बेरोजगार ज्यादा बजट कम 
सरकार का सबसे पहले फोक्स उन्हीं बेरोजगारों को भत्ता देने पर होगा। जिन्होंने राजस्थान पंजीयन कार्यालय में अपना पंजीयन कराया है। वर्तमान में राजस्थान राज्य में कुल 10.64 लाख बेरोजगार पंजीकृत हैं। रोजगार विभाग के अनुसार 2016 तक राज्य में 5 लाख 66 हजार 644 बेरोजगार थे। साल 2017 में इनकी संख्या में 4 लाख 88 हजार 530 का इजाफा हो गया और उसके बाद इनकी संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। अब इनकी संख्या 10 लाख 64 हजार 744 हो गई है। ऐसी स्थिति में अगर इन सभी को बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है तो राजस्थान सरकार को हर महीने 372 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी। फिलहाल रोजगार विभाग के पास बेरोजगारी भत्ता बांटने के लिए केवल 25 करोड़ रुपए का बजट है। ऐसे में सरकार हर महीने 372 करोड़ रुपए कहां से लेकर आएगी। सरकार के सामने यह बड़ी चुनौती है।  

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजस्थान सरकार ने ये फैसला किया है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले हमने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि सत्ता में आने के बाद सभी बेरोजगारों को 3500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देंगे। आज हम अपने उसी वचन को पूरा करने जा रहे है। 1 फरवरी है से आप गिनना शुरू कर दीजिए और 1 मार्च से हम सभी बेरोजगारों को 2 साल तक 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे। अभी तक राजस्थान में बेरोजगारों को 600 रुपये बेरोजगारी भत्ता के रूप में मिलता रहा है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह 600 रुपये भी हमने ही शुरू किया था। 


 

 

 

 

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