नगरों के नाम बदलने का नागपुर में भी असर, बस्ती का नाम बदलने विवाद

नगरों के नाम बदलने का नागपुर में भी असर, बस्ती का नाम बदलने विवाद

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-29 06:31 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। नगरों के नाम बदलने का असर अब नागपुर में भी दिख रहा है। इंदोरा स्थित न्यू इंदोरा रिपब्लिकन नगर का नाम बदलकर न्यू इंदोरा जेतवन नगर करने के प्रस्ताव पर राजनीति तेज हो गई है। बसपा के तीन नगरसेवक मो. जमाल, मंगला गवरे, विरंका भिवगडे ने न्यू इंदोरा रिपब्लिकन नगर का नाम बदलकर न्यू इंदोरा जेतवन नगर करने का प्रस्ताव मनपा की नामकरण समिति को दिया है। आगामी मनपा की सभा में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की संभावना है। इस बीच प्रस्ताव को विरोध तेज हो गया है। कांग्रेस और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है।

बसपा के प्रस्ताव का किया विरोध
कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक संदीप सहारे ने आयुक्त को पत्र देते हुए कहा कि यह बस्ती 1964 में बनी थी। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के विचारों से प्रेरित तत्कालीन रिपब्लिकन नेता व जनता ने बस्ती का नाम न्यू इंदोरा रिपब्लिकन नगर रखा था। इस बस्ती को इसी नाम से पहचाना जाता है। बस्ती की पहचान और नागरिकों की भावना को देखते हुए यह प्रस्ताव रद्द किया जाए। आरपीआई के शहर अध्यक्ष बालू घरडे ने महापौर नंदा जिचकार को निवेदन सौंपा। बालू घरडे ने कहा कि 10 हजार जनसंख्या वाली बस्ती के सिर्फ 42 लोगों के हस्ताक्षर लेकर यह प्रस्ताव दिया गया। किसी समाचार पत्र में भी इसका विज्ञापन नहीं है। जनजागृति भी नहीं की गई। जिस कारण नागरिक अपनी आपत्ति दर्ज नहीं करा सके। संबंधित मनपा कर्मचारियों ने भी लापरवाही दिखाई। ऐसा लगता है जैसे बस्ती का नामकरण गोपनीय तरीके से किया जा रहा है। इसे लेकर नागरिकों में असंतोष है। इंदोरा स्थित रिपब्लिकन नगर, तत्कालीन आंबेडकरी नेताओं के प्रयासों से यह बस्ती बसी थी। यह रिपब्लिकन आंदोलन की पहचान है। ऐसे में त्वरित प्रस्ताव रद्द कर इसका रिपब्लिकन नगर नाम कायम रखा जाए। उल्लेखनीय है कि इन दिनों देश में शहरों का नाम तेजी से बदला जा रहा है इसी का असर अब शहर की बस्तियों में भी दिखाई दे रहा है।

 

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