मलेरिया नियंत्रण के लिए सभी सम्बद्ध विभागों के बीच समन्वय का होना जरूरी- कलेक्टर!

मलेरिया नियंत्रण के लिए सभी सम्बद्ध विभागों के बीच समन्वय का होना जरूरी- कलेक्टर!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-06-16 09:15 GMT
मलेरिया नियंत्रण के लिए सभी सम्बद्ध विभागों के बीच समन्वय का होना जरूरी- कलेक्टर!

डिजिटल डेस्क | अनुपपुर कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कहा है कि मलेरिया पर नियंत्रण के लिए सभी सम्बद्ध विभागों के बीच समन्वय का होना जरूरी है। आपने कहा कि विभागों के बीच आपसी सहयोग से मलेरिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है। कलेक्टर ने यह बात आज यहां कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मलेरिया रोग से बचाव पर केन्द्रित अर्न्तविभागीय कार्यशाला में कही। लोक स्वास्थ्य विभाग एवं मलेरिया विभाग के तत्वावधान में आयोजित हुई इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देषित किया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के चारों विकासखण्डों के मलेरिया हाई रिस्क गांवों में ग्रामवार कार्ययोजना बनाकर मलेरिया से बचाव के लिए जनजागरूकता संबंधी कार्य संपादित किए जाएं।

मलेरिया के प्रकोप को रोकने हेतु मलेरिया के लक्षण, बचाव एव उपचार के बारे में पंपलेटों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए। आपने मलेरिया रथ के माध्यम से चिन्हित हाईरिस्क ग्रामों एवं नगरीय निकायों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराने पर जोर दिया। कलेक्टर ने उप स्वास्थ्य केन्द्र छिल्पा एवं लीलाटोला के समस्त ग्रामों में समयावधि में डीडीटी का छिड़काव कराने के निर्देष दिए। जिला मलेरिया अधिकारी श्री अरुणेन्द्र ने प्रेजेन्टेषन के माध्यम से मलेरिया नियंत्रण में विभिन्न विभागों के दायित्वों की जानकारी देते हुए इसमें सहयोग देने का अधिकारियों से आग्रह किया। आपने कहा कि बुखार आने पर तुरंत रक्त की जांच कराकर मलेरिया की पुष्टि होने पर उपचार शुरु कर देना चाहिए।

कार्यशाला में जानकारी दी गई कि मलेरिया से बचाव हेतु मछरदानी का उपयोग करें, अपने आस-पास पानी जमा न होने दें, यदि आस-पास गड्ढे़ या अन्य जल स्त्रोतों में पानी जमा हो, तो सप्ताह में एक बार कैरोसिन या जला हुआ इंजन आयल डालें। बर्तनों में संग्रहित पानी एवं कूलर के पानी को सप्ताह में एक बार आवश्य बदलें। पानी के बर्तनों को इस प्रकार से ढंक कर रखें कि मच्छर बर्तन के अन्दर प्रवेश न कर सकें। कार्यशाला में बताया गया कि मलेरिया के संबंध में खून की जाँच व उपचार की सुविधा समस्त शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध हैं। मलेरिया माह जून के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित मलेरिया रथ जिले के 55 ग्रामों में भ्रमण कर प्रचार- प्रसार का कार्य कर रहा है तथा 44 ग्रामों में शीघ्र ही रथ द्वारा प्रचार प्रसार किया जायेगा।

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