इस बार का लोकसभा चुनाव किसानों के मुद्दे पर होगा-राजू शेट्टी

इस बार का लोकसभा चुनाव किसानों के मुद्दे पर होगा-राजू शेट्टी

Anita Peddulwar
Update: 2018-12-26 09:35 GMT
इस बार का लोकसभा चुनाव किसानों के मुद्दे पर होगा-राजू शेट्टी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कभी एनडीए में शामिल रहे स्वाभिमान शेतकरी संगठन के अध्यक्ष सांसद राजू शेट्टी ने भाजपा व शिवसेना पर यह कहकर निशाना साधा है कि, सत्ता में रहकर एक दल राम मंदिर की चिंता कर रहा है। दूसरा खुद की छवि बचाने में लगा है। सरकार के किसान हित में लिए गए निर्णय के दावे को निराधार मानते हुए उन्होंने कहा है कि, किसानों की स्थिति ठीक नहीं है। पिछला लोकसभा चुनाव भ्रष्टाचार व घोटाले के मुद्दे पर लड़ा गया था। इस बार किसान व कृषि संकट का मुद्दा ही चुनाव का परिणाम तय करेगा। भाजपा को सबसे अधिक सीटें मिल सकती हैं, लेकिन उसे भी विरोधी पक्ष में रहना पड़ेगा।  रविभवन में प्रेस कांफ्रेंस में श्री शेट्टी बोल रहे थे। वे विदर्भ में सूखाग्रस्त क्षेत्र को निरीक्षण दौरा करने आए थे। 

किसान-मजदूर असहाय स्थिति में
उन्होंने कहा कि किसानों का मुद्दा गर्माया हुआ है। पांच राज्य में किसानों ने भाजपा को उसकी जगह दिखा दी है। लोकसभा चुनाव में भी किसानों की नाराजगी दिखेगी। सत्ता में बैठे लोग मूल मुद्दों को छोड़कर गाय व हनुमान की जाति की चिंता कर रहे हैं। राज्य में किसान, मजदूर असहाय स्थिति में है। सूखे की स्थिति का सामना नहीं किया जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे भले ही 90 प्रतिशत किसानों के कर्जमाफ होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन कर्जमाफी का लाभ एक भी किसानों को नहीं मिला है। कर्जमाफी की घोषणा किए डेढ़ साल हो गया है। ब्याज के लिए बैंकाें ने कर्ज की राशि रोक रखी है। सूखाग्रस्त घोषित क्षेत्रों में सहायता देने के मामले में सरकार उदासीन है। बारिश के पानी पर सूखे के निष्कर्ष का औचित्य नहीं है। केंद्र का दल मराठवाड़ा से वापस लौटा है। विदर्भ में भीषण स्थिति है। राज्य में 24 जिलों में किसानों ने फसल बीमा की किस्त भरी है। नुकसान भरपाई के लिए बीमा की 25 प्रतिशत राशि देना अनिवार्य है, पर वह नहीं दी गई है।  प्रेस कांफ्रेंस में शेतकरी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रविकांत तुपकर, बापूसाहब कारंडे, देवेंद्र भुयार, दयाल राऊत, कुलदीप करपे उपस्थित थे। 

यह भी कहा
किसानों को न्याय दिलाने के लिए मंत्रियों के वाहन रोकेंगे। कपड़े फाड़ने से भी परहेज नहीं करेंगे। तीव्र आंदोलन का स्थान व समय तय नहीं है। शक्कर उत्पादन के लिए प्रयास की आवश्यकता है। इथेनाल के इस्तेमाल के प्रति कंपनी उदासीन है। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की कंपनी से कितना इथेनाल खरीदा गया है और नागपुर में इथेनाल बस क्यों बंद करनी पड़ी, इस बारे में सत्ताधारियों को जवाब देना चाहिए। किसानों को कर्जमाफी व राहत के लिए कांग्रेस राकांपा के साथ महागठबंधन की तैयारी है। राज्य में 7 स्थानों पर लोकसभा चुनाव लड़ने व महाआघाड़ी से सीट की मांग करने का निर्णय शेतकरी संगठन ने लिया है। 
 

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