15 दिन में टूटना शुरू होगा टेकड़ी फ्लाई ओवर, लोहापुल व रामझूला परिसर भी चमकेंगे

15 दिन में टूटना शुरू होगा टेकड़ी फ्लाई ओवर, लोहापुल व रामझूला परिसर भी चमकेंगे

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-10 09:12 GMT
15 दिन में टूटना शुरू होगा टेकड़ी फ्लाई ओवर, लोहापुल व रामझूला परिसर भी चमकेंगे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रेलवे स्टेशन के सामने का उड़ान पुल 15 दिनों में टूटना आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इंडियन अकादमी ऑफ हाईवे  इंजीनियर्स अर्थात भारतीय राजमार्ग अभियंता अकादमी नागपुर में खोली जाएगी। दिल्ली में चल रही अकादमी की तरह नागपुर में भी बड़े स्तर पर स्टूडेंट्स को तकनीकी शिक्षा दिलाई जाएगी। भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नागपुर का विकास तकनीकी संसाधन के इस्तेमाल की मिसाल साबित होगा। इसी क्रम में उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे स्टेशन परिसर में विकास कार्य को गति दी जा रही है।

लोहापुल व रामझूला परिसर का भी आधुनिक तकनीक के माध्यम से विकास होगा। एक प्रेस कांफ्रेंस में गडकरी बोल रहे थे। इंडियन रोड कांग्रेस के सम्मेलन के सिलसिले में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी उपस्थित थे। इंडियन रोड कांग्रेस के सम्मेलन की जानकारी देते हुए गडकरी ने कहा कि नई तकनीकी के उपयोग के मामले में यह सम्मेलन महत्वपूर्ण है। प्रदूषण रहित विकास कार्य समय की मांग है। नई तकनीकी से विकास कार्य की लागत कम होती है। साथ ही क्वालिटी भी बेहतर रहती है।

गड़चिरोली मेें एविएशन फ्यूल हब बनाने का विचार
गडकरी ने कहा कि हम गडचिरोली में एविएशन फ्यूल हब बनाना चाहते हैं। विदर्भ में वन संपदा की भरमार है। जट्रोफा से फ्यूल तैयार होता है। रतनजोत, साल के अलावा अन्य पेड़ पौधों से भी फ्यूल तैयार होता है। गडचिरोली में इन संसाधनों की कमी नहीं है। वहां बांस प्रकल्प भी तैयार किया जा रहा है। बांस से भी फ्यूल तैयार किया जा सकता है। शुरूआती तौर पर इनका इस्तेमाल ट्रैक्टर या अन्य वाहनों में किया जाएगा। बाद में विमान में किया जा सकता है। इस कार्य के लिए नागपुर विश्वविद्यालय की मदद ली जा सकती है। नागपुर के ही ठाकरे नामक एक स्टूडेंट ने इस तरह का प्रयाेग कर दिखाया है। 

मेट्रो को काम देने से नुकसान नहीं
शहर में विकास कार्यों की जिम्मेदारी मेट्रो रेल को देने के मामले पर उठ रहे सवालों पर गडकरी ने कहा कि इससे कोई नुकसान नहीं हाेेने वाला है। मेट्रो के पहले फेज का काम 9 हजार करोड़ का है। दूसरे फेज का काम 18 हजार करोड़ का रहेगा। 5 प्रतिशत भागीदारी के तहत इन कार्यों में मनपा को 900 करोड़ रुपए देना होगा। मेट्रो काे विकास कार्य की जिम्मेदारी देने से मनपा को ही आर्थिक राहत मिलेगी। 

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