रिपोर्ट : 2026 तक दुनियाभर में 3.5 अरब और भारत में 35 करोड़ होंगे 5जी कनेक्शन

रिपोर्ट : 2026 तक दुनियाभर में 3.5 अरब और भारत में 35 करोड़ होंगे 5जी कनेक्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-30 16:07 GMT

​डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रमुख दूरसंचार कंपनी एरिक्सन (Ericsson) ने अपनी नई Ericsson Mobility रिपोर्ट जारी की है। इसके अनुसार साल 2026 तक 10 में से 4 स्मार्टफोन्स में 5G कनेक्टिविटी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 2016 तक 3.5 अरब 5जी कनेक्शन होंगे, जबकि भारत में इनकी संख्या करीब 35 करोड़ होगी। एरिक्सन के नेटवर्क समाधान (दक्षिण पूर्व एशिया, ओशिनिया और भारत) के प्रमुख नितिन बंसल ने कहा कि यदि स्पेक्ट्रम नीलामी अगले साल की शुरुआत में हो गई, भारत को उसका पहला 5जी कनेक्शन 2021 में मिल सकता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस साल यानी 2020 के अंत तक 1 बिलियन यानी 100 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास 5G कवरेज का एक्सेस होगा। 

एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट-2020 के मुताबिक दुनियाभर में 1 अरब लोग, जो वैश्विक आबादी का 15 प्रतिशत हिस्सा हैं, उनकी 5जी कवरेज तक पहुंच है। बंसल ने कहा कि 5जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी की घोषित समय सीमा के अनुसार भारत को उसका पहला 5जी कनेक्शन 2021 में मिल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रति माह प्रति स्मार्टफोन उपयोगकर्ता औसत ट्रैफिक 15.7 जीबी है, जो दुनिया में सबसे अधिक है।

दुनिया की 15 फीसदी आबादी के पास 5G
रिपोर्ट के मुताबिक 100 करोड़ यानी दुनिया की कुल आबादी के 15 फीसदी हिस्से के पास 5G कवरेज का एक्सेस होगा। इसका मतलब यह नहीं है कि 100 करोड़ लोग 5G कनेक्टिविटी का इस्तेमाल कर रहे होंगे बल्कि इसका मतलब है कि दुनिया की 15 फीसदी आबादी 5G कनेक्टिविटी वाले एरिया में रह रही होगी।

2026 तक 60 फीसदी के पास 5G
इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2026 तक दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी के पास 5जी सेवाओं तक पहुंच होगी और उस समय तक 5जी ग्राहकों की संख्या बढ़कर 3.5 अरब तक होने का अनुमान है। वहीं, भारत में 5जी ग्राहकों की संख्या उस समय तक 35 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी, जो देश के कुल मोबाइल उपयोगकर्ताओं का 27 फीसदी हिस्सा होगा। 

भारत में 2026 तक 27 फीसदी लोगों के पास होगा 5G सब्सक्रिप्शन
एरिक्सन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साल 2026 तक कुल स्मार्टफोन यूजर्स में से 27 फीसदी लोगों के पास 5G सब्सक्रिप्शन होगा। यानी 6 साल बाद भी भारत में LTE नेटवर्क का कब्जा बना रहेगा। करीब 63 फीसदी यूजर्स के पास LTE नेटवर्क सब्सक्रिप्शन रहेगा। भारत में पिछले कुछ समय में वर्क फ्रॉम होम के चलते इंटरनेट कंजम्शन काफी बढ़ गया है।

Tags:    

Similar News