हर्ष गिरिश पटेल: एक भारतीय उद्यमी जो वैश्विक व्यापार और नीति को नई दिशा दे रहे है

एक भारतीय उद्यमी जो वैश्विक व्यापार और नीति को नई दिशा दे रहे है
(L) करीना पटेल (R) हर्ष गिरिश पटेल

मुंबई (महाराष्ट्र), अक्टूबर 1: भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में हस्ताक्षरित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में एक मील का पत्थर माना जा रहा है। लेकिन इस ऐतिहासिक समझौते में एक महत्वपूर्ण कमी की ओर ध्यान दिलाया है हर्ष गिरिश पटेल ने—"समावेशिता"।

हर्ष पटेल, जो Water & Shark के संस्थापक और CEO हैं, ने यूके संसद में आयोजित India-UK SME Leaders Meeting में जोर देकर कहा कि यह समझौता तब तक सार्थक नहीं होगा जब तक इसमें लघु और मध्यम उद्यमों (SMEs) को नीतिगत और संरचनात्मक लाभ नहीं दिए जाते।

उन्होंने इसे एक "People’s Agreement" यानी लोगों का समझौता कहकर परिभाषित किया, ऐसा समझौता जो केवल कंपनियों के लिए नहीं, बल्कि स्थानीय कारोबारियों, उद्यमियों और जनता के लिए भी काम करे।

उन्होंने कहा, “भारत में लगभग ०६ करोड़ छोटे व्यवसाय हैं, और यूके से भारत को निर्यात करने वाली 98% कंपनियाँ SMEs हैं। ये वे व्यवसाय हैं जो नौकरियां पैदा करते हैं, जोखिम उठाते हैं और भविष्य गढ़ते हैं। इन्हें बाधाएं नहीं, बेहतर अवसर मिलने चाहिए।”

नीतिगत सुझाव और वैश्विक दृष्टिकोण

पटेल ने प्रस्ताव रखा कि भारतीय स्टार्टअप्स को लंदन स्टॉक एक्सचेंज की AIM मार्केट तक सीधी पहुंच दी जानी चाहिए, जिससे वे वैश्विक पूंजी तक पहुँच बना सकें। वहीं यूके की SMEs के लिए भारत के सार्वजनिक क्षेत्र में फास्ट-ट्रैक प्रवेश का भी सुझाव दिया।

उनकी सोच केवल व्यापार पर सीमित नहीं रही - उन्होंने उन बड़े मुद्दों पर भी प्रकाश डाला जो आज भारत और ब्रिटेन दोनों को प्रभावित कर रहे हैं: प्रतिभा और पूंजी का पलायन। भारत के मामले में, टॉप एंटरप्रेन्योर अक्सर दुबई या सिंगापुर जैसे टैक्‍स-फ्रेंडली देशों में चले जाते हैं। वहीं यूके में विरासत कर (inheritance tax) के कारण कई अमीर नागरिक विदेशों में बस जाते हैं।

हर्ष ने इन चुनौतियों का समाधान टैक्स, ट्रस्ट और सक्सेशन कानूनों के द्विपक्षीय संरेखण में देखा।

उन्होंने कहा, “अगर हम अपने सबसे प्रतिभाशाली दिमाग और मूल्यवान संपत्तियाँ खो रहे हैं, तो वैश्विक सहयोग की बातें खोखली हो जाती हैं।”

मुंबई से दुबई तक: एक प्रेरणादायक सफर

हर्ष गिरिश पटेल का जीवन एक संघर्ष और दूरदर्शिता की कहानी है। मुंबई की गलियों से निकलकर दुबई की ग्लोबल फाइनेंशियल हब तक पहुंचने वाले हर्श ने मात्र 19 वर्ष की उम्र में एक किराए की डेस्क से Water & Shark की शुरुआत की थी। आज यह फर्म दर्जनों देशों में कार्यरत है और यूनिकॉर्न कंपनियों, संस्थागत निवेशकों, और शाही परिवारों को सेवा देती है।

हर्श की विशेषज्ञता में शामिल हैं - अंतरराष्ट्रीय टैक्स स्ट्रक्चरिंग, ट्रस्ट और फाउंडेशन सलाह, फैमिली ऑफिस सेटअप, और क्रॉस-बॉर्डर लीगल स्ट्रैटजी। उनके ग्राहकों में Zepto, Bizongo, PagarBook जैसी कंपनियाँ, Apparel Group, और विवेक ओबेरॉय के साथ BNW Developments जैसी साझेदारियाँ शामिल हैं।

उनकी कार्यशैली को 5Ps में समझाया जा सकता है - Privacy, Protection, Prosperity, Preparation, Preservation। उनका मानना है, “धन सिर्फ संख्या नहीं, एक विरासत है, और इसे संरक्षित करने के लिए भविष्यदृष्टि चाहिए।”

वैश्विक मंचों पर प्रभाव और मान्यताएँ

हर्ष पटेल ने यूरोपीय संसद में EU-India Leaders Conference 2024 में भी भारत और यूरोप के बीच नियामकीय तालमेल और स्थायित्व पर विचार रखे। उन्हें British Parliament में भी आमंत्रित किया गया है।

उन्हें मिल चुके हैं कई प्रतिष्ठित पुरस्कार:

• Icon of UAE Award (India Today & NKN Media)

• Champions of Change Award (महाराष्ट्र के राज्यपाल द्वारा)

• Times Exemplary Leader Award

• Forbes India’s Top 100 Managers

वह TEDx LLIMS में नेतृत्व पर बात कर चुके हैं और Forbes, Entrepreneur, Business Today में अपने विचार साझा करते हैं।

व्यक्तिगत जीवन और साझा दृष्टिकोण

हर्ष दुबई में अपनी पत्नी करीना पटेल के साथ रहते हैं, जो Shark Legal LLC की मैनेजिंग पार्टनर हैं और रूसी मूल की हैं। इतिहास और अर्थशास्त्र में मास्टर्स डिग्री रखने वाली करीना न केवल उनकी जीवनसाथी हैं बल्कि एक रणनीतिक सहयोगी भी हैं। हर्ष कहते हैं, “उनका नजरिया मेरी सोच को धार देता है। हम सिर्फ स्ट्रक्चर नहीं, भविष्य बनाते हैं।”

निष्कर्ष

हर्श गिरिश पटेल की कहानी केवल एक व्यवसायी की सफलता नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि कैसे दृष्टिकोण, नीति, और नेतृत्व के मेल से एक व्यक्ति वैश्विक मंच पर व्यापक परिवर्तन की नींव रख सकता है। भारत और ब्रिटेन जैसे देशों के लिए, जहां SMEs देश की रीढ़ हैं, हर्श पटेल की सोच और पहल आने वाले वर्षों में नई दिशा तय कर सकती हैं।

Created On :   3 Oct 2025 2:39 PM IST

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