सिंघवी पर अंबानी की कंपनी दर्ज करेगी 5,000 करोड़ रुपए का केस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रिलायंस समूह के अंतर्गत आने वाली अनिल अंबानी की कंपनी पर आरोप लगाने वाले कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ 5,000 करोड़ रुपए का मानहानि का केस दर्ज ठोका जाएगा। ये केस अनिल अंबानी की कंपनी करेगी। अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह का कहना है कि वो झूठे और बदनाम करने वाले बयान देने को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी के खिलाफ 5,000 करोड़ रुपए का मानहानि केस करेगा।
गौरलब है सिंघवी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर जनता को ये कहकर मूर्ख बनाने का आरोप लगाया कि किसी भी बड़े कर्ज नहीं चुका सकने वाले का ऋण माफ नहीं किया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाले लोगों का 1.88 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है।
उन्होंने कहा, हम सभी जानते हैं कि टॉप 50 कंपनियों पर बैंकों का 8.35 लाख करोड़ रुपए का बकाया है और उनमें से गुजरात की तीन कंपनियों रिलायंस अनिल अंबानी समूह, अडाणी और एस्सार ग्रुप पर 3 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। इनमें से एक ने पिछले महीने ही सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वे बैंकों की 45 हजार करोड़ रुपये की देनदारी के साथ टेलीकॉम का अपना कारोबार बंद कर रही है। हम वित्त मंत्री से पूछना चाहते हैं कि इसे गैर निष्पादक संपत्तियां (एनपीए) घोषित करने की बजाय आप डिफॉल्टर को राफेल जैसे रक्षा सौदे का कांट्रेक्ट देकर उसकी मदद क्यों कर रहे हैं?" उन्होंने इस पर टिप्पणी के जरिए अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस समूह पर निशाना साधा था।
अनिल को रिलायंस कम्युनिकेशन ने कर्ज डुबोया
रिलायंस कम्युनिकेशन के शेयर मंगलवार (28 नंवबर) को 3.37 फीसदी तक गिर गए। कहा जा रहा है कि कथित तौर चाईना डेवलपमेंट बैंक ने कंपनी के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालिया होने का केस दर्ज कराया है। हालांकि मामले में बीएसई को सफाई देते हुए रिलायंस कम्यूनिकेशन के प्रवक्ता ने कहा, "कंपनी को ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है जिसमें हमारे खिलाफ सीडीबी ने एनसीएलटी में केस दर्ज कराया है।"
गौरतलब है कि आरकॉम अनिल अंबानी ग्रुप का हिस्सा है। जिसे चाईना डेवलपमेंट बैंक (सीडीबी) ने 1.22 अरब डॉलर का लोन दिलाया गया था। लोन करीब 6 साल पहले सिंडीकेट ऑफ चाईनीज बैंक अन्य वित्तीय संस्थानों ने दिया, इसमें सीडीबी भी शामिल है। ऐसा पहली बार था जब कि सिंडिकेट ने इतना बड़ा लोन दिया था। आरकॉम ने इसके साथ 600 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त समझौता सीडीबी से किया। लोन दस साल के लिए दिया गया।
Created On :   1 Dec 2017 10:36 AM IST