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लगातार 6 दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 34000 के नीचे बंद

हाईलाइट
- लगातार 6 दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 34000 के नीचे बंद (लीड-1)
डिजिटल डेस्क, मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में लगातार छह दिनों से जारी तेजी पर गुरुवार को ब्रेक लग गया। सेंसेक्स पिछले सत्र से 128.84 अंक यानी 0.38 फीसदी फिसलकर 33,980.70 पर बंद हुआ और निफ्टी भी 32.45 अंकों यानी 0.32 फीसदी की कमजोरी के साथ 10,029.10 पर ठहरा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र की क्लोजिंग के मुकाबले 37.04 अंकों की कमजोरी के साथ 34072.50 पर खुला और दिनभर के कारोबार के दौरान 34310.14 तक उछला जबकि सेंसेक्स का निचला स्तर 33,711.24 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र के मुकाबले 7.30 अंक फिसलकर 10054.25 पर खुला और 10123.85 तक चढ़ा जबकि इसका निचला स्तर 9944.25 रहा। बीएसई का मिडकैप सूचकांक पिछले सत्र से 7.36 अंकों की गिरावट के साथ 12333.29 पर बंद हुआ। वहीं, बीएसई स्मॉल कैप सूचकांक पिछले सत्र से 5.86 अंक फिसलकर 11564.79 पर ठहरा।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 15 शेयरों में तेजी जबकि 15 में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में टेकमहिंद्रा (5.34 फीसदी), सनफार्मा (3.98 फीसदी), भारती एयरटेल (3.89 फीसदी), पावारग्रिड (2.89 फीसदी) और एचसीएलटेक (2.79फीसदी) शामिल रहे।
सेंसेक्स के सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच शेयरों में एशियन पेंट (4.85 फीसदी), बजाज फाइनेंस (4.13 फीसदी), एचडीएफसी (3.95 फीसदी), कोटक बैंक (3.88 फीसदी) और इंडसइंड बैंक (3.81 फीसदी) शामिल रहे। बीएसई 19 सेक्टरों में से 12 में तेजी जबकि सात में गिरावट दर्ज की गई। सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच सेक्टरों में टेलीकॉम (3.47 फीसदी), टेक (2.28 फीसदी), आईटी (1.86 फीसदी), एनर्जी (1.81 फीसदी) और हेल्थकेयर (1.65 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के सबसे ज्यादा गिरावट वाले पांच सेक्टरों के सूचकांकों में बैंक इंडेक्स (2.70 फीसदी) फाइनेंस (2.54 फीसदी), कैपिटल गुडस (1.73 फीसदी), रियल्टी (1.66 फीसदी) और कंज्यूमर डयूरेबल्स (1.26 फीसदी) शामिल रहे। बीएसई पर कुल 2852 शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1406 में तेजी रही जबकि 1257 में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, 189 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।