एनपीए के झटके से उबरने का फंडा है मर्जर ?

By - Bhaskar Hindi |27 July 2017 10:58 AM IST
एनपीए के झटके से उबरने का फंडा है मर्जर ?
भास्कर बिजनेस डेस्क,मुंबई. भारतीय स्टेट बैंक में उसके पांच सहयोगी बैंकों के सफल विलय के बाद सरकार की मंशा पब्लिक सेक्टर के बैंकों में ऐसे और मर्जर की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार देश में इस क्षेत्र के केवल पांच बैंक चाहती है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है विदेशों की तर्ज पर यहां भी ग्लोबल बैंकों की परिकल्पना को साकार करना. साथ ही पांच से छह ग्लोबल साइज बैंकों बड़े बैंकों में अपनी हालिया विलय के बाद एसबीआई पहले ही दुनिया के 50 अग्रणी बैंकों में शुमार हो चुका हैं. बैंक कर्मचारियों का सबसे बड़ा संगठन आल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोशिएशन (एआईबीईए) इसका विरोध बार-बार करता रहा है. बावजूद इसके मर्जर देश के ट्रिलियन इकोनॉमी
Created On :   9 Jun 2017 9:39 PM IST
Next Story