IDBI बैंक में 772 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े में पहली गिरफ्तारी

IDBI Bank disclose 772 crore rupees fraud,  one arrested
IDBI बैंक में 772 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े में पहली गिरफ्तारी
IDBI बैंक में 772 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े में पहली गिरफ्तारी

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (IDBI) में भी फर्जी दस्‍तावेज के आधार पर करोड़ रुपए का कर्ज लेने का मामला सामने आया था जिसमें एक अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बैंक ने बताया कि इस मामले में दिए गए लोन की प्रोसेसिंग और वितरण में कई खामियां सामने आई हैं। उसने इस कर्ज को देने वाले एक अध‍िकारी को बर्खास्त कर दिया है। वहीं इस मामले से जुड़े दूसरे अधिकारी रिटायर हो चुके हैं। बैंक ने बताया कि फर्जीवाड़े की 5 शिकायतों में से 2 मामलों में केस दर्ज कर लिया गया है। ये दोनों मामले बैंक की बशीरबाग और गुंटूर ब्रांच से संबंधित हैं। प्राथमिकी में दर्ज अन्य व्यक्तियों में आदिलक्ष्मी समूह के एम.एल. राव, एस. सुधाकर समूह के समयमंथूला सुधाकर, एन.वी. सुब्बा राजू समूह से नदीमपल्ली वेंकट, सुब्बा राजू, के.एस.वी. प्रसाद राजू, नदीमपल्ली रामा राजू, टी.सी. वेंकटेश्वर राव, पी.एस. चौधरी और बी.सी. रेड्डी और अन्य लोग हैं। 

 

गौरतलब है कि IDBI बैंक में फर्जी दस्तावेजों के जरिए 772 करोड़ रुपए का फ्रॉड करने का मामला उजागर हुआ। ये फ्रॉड बैंक की आंध्र प्रदेश और तेलंगाना स्थ‍ित 5 ब्रांचों में सामने आया है। CBI ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। बैंक ने बुधवार (28 मार्च) को बताया कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की पांच शाखाओं से फर्जी तरीके से 772 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है। 

 

कैसे हुआ IDBI बैंक में फर्जीवाड़ा?

 

IDBI ने माना कि कर्ज मंजूर करने और उसे जारी करने के मामले में दो बैंक कर्मचारियों ने चार बड़ी गलतियां की थीं। बैंक की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, कुछ कर्ज साल 2009 से 2013 के बीच दिए गए थे। ये लोन मछली पालन के नाम पर लिए गए थे। कर्जदारों ने सिर्फ कागजों पर ही तालाब दिखा कर करोड़ों रुपए का लोन मंजूर करा लिया था। इसके अलावा कोलेटरल (कर्ज के एवज में रखी गई संपत्ति) की कीमत भी बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई थी, ताकि ज्‍यादा कर्ज मिल सके। IDBI में लोन घोटाले का मामला ऐसे समय सामने आया है जब बैंक अधिकारियों ने मंगलवार को क्‍वालिटी एश्‍योरेंस ऑडिट (QAA) कराने की घोषणा की थी। ऑडिट का काम अप्रैल में समाप्‍त होने की उम्‍मीद है। आईडीबीआई ने इस घोटाले की जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में फाइलिंग में दी है। 

 

बैंक के शेयर गिरे

 

बैंक के फर्जी लोन की जानकारी सामने आने के बाद आईडीबीआई का शेयर 3.5 प्रतिशत (लगभग 73.7 रुपये) लुढ़क गया है। वहीं निफ्टी में पब्लिक सेक्टर में लोन देने वाले PSU बैंक का इंडेक्स भी 1.8 परसेंट तक नीचे गिरा।

 

कई बैंकिंग घोटाले आ चुके हैं सामने

 

PNB घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंकों में वित्‍तीय फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ दिनों पहले ही कनिष्‍क जूलर्स के प्रमोटर और डायरेक्‍टर के जरिए एसबीआई की अगुआई वाले बैंकों के एक कंसोर्टियम को 824 करोड़ रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया था। इससे पहले दिल्‍ली और राजस्‍थान में भी फर्जी दस्‍तावेज के आधार पर सैकड़ों करोड़ रुपए का लोन स्‍वीकृत कराने का मामला सामने आ चुका है। इसमें ज्यादातर मामले हीरे और सोने के कारोबारि‍यों से जुड़े हैं।
 

Created On :   30 March 2018 8:51 AM IST

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