10 साल में तीसरी सबसे बड़ी टूरिज्म इकॉनमी बन जाएगा भारत : रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । देश की कुल जीडीपी और टूरिज्म से होने वाली आय के आंकड़ों के एनालिसिस के आधार पर वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल ने अपनी रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 2028 तक भारत दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी टूरिज्म इकोनॉमी होगी। गुरुवार को जारी इस रिपोर्ट में कहा गया कि, आगामी 10 सालों में इस क्षेत्र के जरिए रोजगार के 1 करोड़ नए अवसर पैदा होंगे। 2018 में टूरिज्म में रोजगार के अवसरों का आंकड़ा 4.2 करोड़ है, जबकि 2028 में ये बढ़कर 5.2 करोड़ हो जाएगा।
इस वक्त टूरिज्म में रोजगार के अवसर 4.2 करोड़ हैं जबकि 2028 तक इसमें 5.2 करोड़ का इजाफा होगा। फिलहाल भारत को दुनिया की 7वीं सबसे बड़ी टूरिजम इकॉनमी करार देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्टर में सुधार करने पर संभावनाएं बढ़ सकती हैं। वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल की प्रेसिडेंट और चीफ एग्जिक्यूटिव ग्लोरिया गुएवारा ने कहा कि, "भारत में ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर के लिए जिस पर सबसे ज्यादा फोकस किए जाने की जरूरत है, वो है इन्फ्रास्ट्रक्चर। वैश्विक परिप्रेक्ष्य में टूरिजम एक प्रतिस्पर्धी कारोबार है। भारत के पूर्वी और पश्चिमी पड़ोसी देशों की बात करें तो उन्होंने एयरपोर्ट्स, बंदरगाहों और हाईस्पीड रेल और रोड नेटवर्क के जरिए वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है।"
इसी के साथ वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल ने सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम का स्वागत किया है। इसके तहत देश में 350 एयरपोर्ट और हवाई पट्टों के विकास का काम जारी है। मुंबई में नए क्रूज पोर्ट को तैयार करने के सरकार के फैसले को भी गुएवारा ने देश को ग्लोबल क्रूज डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में अहम कदम करार दिया। गुएवारा ने कहा, "केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वास्तव में कई बेहतरीन कदम उठाए हैं। 163 देशों के लिए ई-वीजा की सुविधा शुरू करना भी इन कदमों में से एक है। इसके अलावा इनक्रेडिबल इंडिया 2.0 कैंपेन को भी अच्छी मार्केटिंग के साथ लॉन्च करना भी सही कदम है।"
Created On :   23 March 2018 10:30 AM IST