जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू स्कोपस की सूची में जगह पाने वाला पहला जर्नल बना

Jindal becomes the first journal to feature in Global Law Review Scopus list
जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू स्कोपस की सूची में जगह पाने वाला पहला जर्नल बना
जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू स्कोपस की सूची में जगह पाने वाला पहला जर्नल बना
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  • जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू स्कोपस की सूची में जगह पाने वाला पहला जर्नल बना

सोनीपत, 2 नवंबर (आईएएनएस)। जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू (जेजीएलआर) देश का पहला और एकमात्र ऐसा लॉ स्कूल जर्नल बन गया है, जिसे स्कोपस के इंडेक्स में जगह मिली है। यह एल्सवियर का सार और डेटाबेस बताता है, जिसका उपयोग पूरी दुनिया में शोध, उद्धरणों, रैंकिंग और बेंचमार्किं ग के लिए किया जाता है।

जेजीएलआर को स्कोपस की सूची में जगह पाने के सम्मान ने देश के 1650 लॉ स्कूलों और 200 से अधिक लॉ जर्नल्स के लिए इस दिशा में नए रास्ते खोल दिए हैं।

जिंदल ग्लोबल लॉ रिव्यू, जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल का फैकल्टी एडिटेड जर्नल है, जिसे 2009 में शुरू किया गया था।

जेजीएलआर साल में दो बार प्रकाशित होता है और इसमें ऐतिहासिक और समकालीन महत्व दोनों के एक विशिष्ट क्षेत्र के मुद्दे को शामिल किया जाता है। इसके अलावा इसमें कई अहम कानून संबंधी स्कॉलरशिप भी प्रकाशित की जाती हैं। जेजीएलआर विशेष रूप से ऐसे कामों को प्रकाशित करने में रुचि रखता है जो नवाचारों के जरिए लीगल डिसिप्लिन की सीमाओं को बढ़ाते हैं।

जेजीएलआर कानून को विचारों, सिद्धांतों, विधियों, अवधारणाओं, मानदंडों, परंपराओं, राजनीति, नैतिकता, सौंदर्यशास्त्र, सिद्धांत, नीतियों, बहुलता और जीवन प्रथाओं के संयोजन के रूप में समझता है। कानूनी छात्रवृत्ति को बढ़ावा देने के अलावा इसमें केस से जुड़ी टिप्पणियां, पुस्तक समीक्षाएं और साक्षात्कार भी प्रकाशित किए जाते हैं।

साल 2020 से जेजीएलआर ने 3 नए सामयिक खंड भी शुरू किए हैं, ये बुक फोरम (पाठकों और लेखकों के बीच पुस्तक के बारे में बातचीत), टीचिंग टेक्स्ट्स और समीक्षात्मक निबंध हैं।

जेजीएलआर की स्थापना 2009 में ओ.पी.जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के प्रमुख जर्नल के रूप में की गई थी और इसके बाद जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल की स्थापना हुई थी। जर्नल को मिले इस सम्मान को लेकर जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति और जर्नल के एडिटर इन चीफ सी.राज कुमार ने कहा, लॉ स्कूल की स्थापना से पहले जर्नल को जारी करना, इस बात को बताता है कि हम ज्ञान देने के तरीकों में कितने अलग और आगे हैं। साथ ही हम अपनी बौद्धिक महत्वाकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के बारे में दुनिया से बात करने का इरादा भी रखते हैं और हम ज्ञान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने आगे कहा, यह भारत के लिए और वास्तव में जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल के लिए एक बड़ा सम्मान है। हमारे जर्नल को चुनिंदा प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के साथ स्कोपस इंडेक्ट जर्नल के तौर पर शामिल किया जा रहा है जो असाधारण है। यह मान्यता जेजीएलएस को क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के पहले लॉ स्कूल के तौर पर शामिल किए जाने के कुछ ही समय बाद मिली है। यह हमें अनुसंधान और प्रकाशनों को और आगे बढ़ाने की प्रेरणा देती है।

एसडीजे/एसजीके

Created On :   2 Nov 2020 5:01 PM IST

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