सरकारी-गैर-सरकारी वेबसाइट पर मौजूद है 20,000 से ज्यादा आधार कार्ड -फ्रांसीसी रिसर्चर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । आधार कार्ड को लेकर कई दिनों से देश में चर्चा चल रही है। आधार को मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट से लिंक करने को लेकर बवाल मचा हुआ था, लेकिन आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने 31 मार्च तक सभी दस्तावेजों से आधार को लिंक करने आदेश दिए। जिसके बाद आधार पर बहस बंद हुई, लेकिन हाल ही में आई एक खबर के बाद एक बार फिर आधार चर्चा में आ गाया है। दरअसल "द टाइम्स ऑफ इंडिया" की एक रिपोर्ट के मुताबिक कई आधार कार्ड जानकारी सरकारी और गैर-सरकारी वेबसाइट पर मौजूद हैं।
फ्रांसीसी सुरक्षा रिसर्चर बैपिस्टे रॉबर्ट ने बताया कि 20,000 से ज्यादा आधार कार्ड इन वेबसाइट्स पर मौजूद हैं। हालांकि आधार बनाने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने इस दावे को सिरे से नकार दिया है। यूआईडीएआई ने कहा कि "ये बेहद गैर जिम्मेदाराना बयान है, अगर कोई कुछ लोगों के आधार को सार्वजनिक कर देता है तो इसका मतलब ये नहीं कि हमारी सिस्टम में कोई खामी है।"
फ्रांसीसी रिसर्चर बैपिस्टे रॉबर्ट पेश किए सबूत
वहीं फ्रांसीसी रिसर्चर बैपिस्टे रॉबर्ट ने अपने दावे पर सबूत पेश करते हुए कहा, "मैने तीन घंटे से कम समय में 20,000 हजार से ज्यादा आधार कार्ड ढूंढ निकाले है। ये सारे आधार कार्ड सार्वजनिक हैं। इन्हें खोजने के लिए कोई हैकिंग की जरूरत नहीं है, कोई भी आसानी से इन्हें ढूंढ सकता है।" बता दें कि आधार कार्ड को लेकर निजता सुरक्षा संबंधी सवाल उठते रहे हैं। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में आधार की याचिका पर सुनवाई चल रही है।
न्यूयार्क के हैकर ने भी किया दावा
दूसरी तरफ न्यूयार्क से एक अज्ञात हैकर ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने आधार से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन डाल रखी है। हैकर ने बताया कि इन राज्यों ने आधार, पैन कार्ड और पासपोर्ट से जुड़ी कई लोगों की जानकारी सार्वजनिक कर दी है।
हालांकि यूआईडीएआई ने कहा, "जो लोग आधार से जुड़ी जानकारी को सार्वजनिक होने की बात कर रहे हैं वो आधार सुरक्षा से जुड़ी बात नहीं है। आधार एक प्रमाण पत्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इसे जरूरत पड़ने पर एक जगह से दूसरी जगह साझा किया जाता है।" उन्होंने कहा कि आधार गोपनीय दस्तावेज नहीं है, इसे पहचान के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
Created On :   12 March 2018 12:45 PM IST