- लोग आजकल मुंह पर ताला लगाने की सलाह दे रहे हैं: अमिताभ बच्चन
- किसान सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित समिति से खुश नहीं, मगर जारी रखेंगे बातचीत : टिकैत
- हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि किसानों के साथ चर्चा के माध्यम से कोई रास्ता निकल आए : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
- भारत में कोरोना के 15,590 नए मामलों की पुष्टि, 191 मौतें
- मप्र सरकार पन्ना की हीरा खदान को चालू रखने को राजी
जबरदस्त रिकवरी कर बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी

हाईलाइट
- जबरदस्त रिकवरी कर बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स, निफ्टी (राउंडअप)
मुंबई, 12 जून (आईएएनएस)। घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी सत्र में शुक्रवार को भारी उतार-चढ़ाव रहा। आरंभिक कारोबार के दौरान बिकवाली का भारी दबाव बढ़ने से दलाल स्ट्रीट पर कोहराम मच गया, लेकिन बाद में जबरदस्त रिकवरी आई, जिससे सेंसेक्स पिछले सत्र से करीब 242.52 अंक यानी 0.72 फीसदी चढ़कर 33,780.89 पर बंद हुआ और निफ्टी 70.90 अंकों यानी 0.72 फीसदी की बढ़त बनाकर 9972.90 पर ठहरा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र की क्लोजिंग के मुकाबले 1101.68 अंकों की गिरावट के साथ 32436.69 पर खुला और 32348.10 तक लुढ़का। हालांकि बाद में रिकवरी आने से सेंसेक्स 33856.27 तक चढ़ा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र के मुकाबले 357.05 अंकों की गिरावट के साथ 9544.95 पर खुला और 9544.35 तक फिसला, जबकि दिनभर के कारोबार के दौरान निफ्टी 9996.05 तक उछला।
बीएसई मिडकैप सूचकांक पिछले सत्र से 119.57 अंकों यानी 0.96 फीसदी की तेजी के साथ 12600.15 पर बंद हुआ जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 14.85 अंकों यानी 0.13 फीसदी की तेजी के साथ 11,845.27 पर ठहरा।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 13 में गिरावट रही। सबसे ज्यादा तेजी वाले पांच शेयरों में एमएंडएम (7.22 फीसदी), बजाज फाइनेंस (4.76 फीसदी), हीरोमोटोकॉर्प (4.00 फीसदी), रिलायंस (3.34 फीसदी) और टाइटन (2.81 फीसदी) शामिल रहे।
सेंसेक्स के सबसे ज्यादा गिरावाट वाले पांच शेयरों में ओएनजीसी (3.39 फीसदी), टेक महिंद्रा (2.96 फीसदी), पावरग्रिड (2.25 फीसदी), इन्फोसिस (1.63 फीसदी) और कोटक बैंक (1.47 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई के 19 सेक्टेरों में से 13 सेक्टरों के सूचकांकों में तेजी रही, जबकि छह में गिरावट दर्ज की गई।
सबसे ज्यादा तेजी वाले में ऑटो (2.91 फीसदी), एनर्जी (2.40 फीसदी), टेलीकॉम (2.29 फीसदी), कंज्यूमर डिस्केशनरी गुड्स एंड सर्विसेस (1.69 फीसदी) और रियल्टी (1.32 फीसदी) शामिल रहे।
सबसे ज्यादा गिरावाट वाले में पांच सेक्टरों में आईटी (1.49 फीसदी), टेक (0.82 फीसदी), पावर (0.63 फीसदी), कैपिटल गुड्स (0.33 फीसदी) और युटिलिटीज (0.24 फीसदी) शामिल रहे।
बीएसई पर कुल 2878 शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1350 शेयरों में तेजी रही जबकि 1345 में गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के आखिर में 183 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
--आईएनएस
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।