दिवालिया घोषित होने के लिए Aircel ने लगाई अर्जी, ये हैं कारण

डिजिटल डेस्क, मुंबई। टेलीकॉम कंपनी एयरसेल ने मुंबई में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन दिया है। इस बात की जानकारी खुद एयरसेल की ओर से जारी की गई है। एयरसेल ने कहा है कि कंपनी ने इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016 के सेक्शन-10 के तहत एयरसेल सेल्यूलर, डिशनेट वायरलेस, एयरसेल लिमिटेड के लिए कारपोरेट इन्सॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोसेस शुरू करने का आवेदन किया है।
एयरसेल की ओर से कहा गया है कि कंपनी पिछले कुछ समय से भारी वित्तीय दबाव वाले उद्योग में संकट के दौर से गुजर रही है इसलिए यह आवेदन किया गया है। कंपनी ने यह भी कहा है कि मलेशियाई प्रमोटर मैक्सिस कम्यूनिकेशन्स ने कंपनी में और निवेश करने से मना कर दिया है, जिसके चलते यह निर्णय लेना पड़ा। एयरसेल ने कहा, "मैक्सिस अपने शेयरहोल्डर्स और कर्जदाताओं के बीच कोई भी आम सहमति बनाने में नाकामयाब रही। इसके साथ ही कर्ज के बोझ और बढ़ते घाटे की वजह से कंपनी को आगे चलाना बहुत मुश्किल है।"
बता दें कि कंपनी 6 टेलिकॉम सर्कल्स में अपनी सेवाएं पहले ही बंद कर चुकी है। इसका एक बड़ा कारण सितंबर 2016 में रिलायंस जियो का लॉन्च होना था। कंपनी की ओर से जारी बयान में भी इसका जिक्र है। कंपनी की ओर से कहा गया है, "एक नई कंपनी के लॉन्च होने के बाद बढ़ी प्रतिस्पर्धा, कानूनी और नियामकीय चुनौतियों व बढ़ते घाटे के कारण कंपनी की साख और कारोबार पर बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
गौरतलब है कि हाल ही में एक अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि एयरसेल जल्द ही खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन दे सकती है। रिपोर्ट में कंपनी को 15,500 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई बताया गया था।
आगे क्या होगा
- NCTL इस अपील पर विचार करता है तो इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त किया जाएगा।
- इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोफेशनल को 270 दिनों के भीतर कंपनी के रीपेमेंट प्लान तैयार करना होगा।
- इनसॉल्वेंसी रिजोल्यूशन प्रोफेशनल NCTL को रीपेमेंट प्लान देने में या उसपर सहमति नहीं बनवा पाता है तो कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया जाएगा।
- इसके बाद कंपनी के लिक्विडेशन की प्रकिया शुरू कर दी जाएगी।
Created On :   28 Feb 2018 10:51 PM IST