RBI Monetary Policy: आरबीआई ने रेपो रेट 5.50% पर बरकरार रखा, कम नहीं होगी आपके लोन की EMI

- ब्याज दरों को ज्यों का त्यों बनाए रखा है
- ईएमआई कम नहीं होगी और ना ही बढ़ेगी
- बीती लगातार 3 बैठकों में रेपो रेट कम हुआ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार (06 अगस्त 2025) को मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक के रिजल्ट की घोषणा कर दी है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) ने जानकारी देते हुए बताया कि, इस बार रेपो रेट (Repo Rate) में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब यह कि, ब्याज दरों को ज्यों का त्यों बनाए रखा है और आपके लोन की ईएमआई कम नहीं होगी और ना ही बढ़ेगी। इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक नीति का रुख "न्यूट्रल" बरकरार रखा है।
आपको बता दें कि, केंद्रीय बैंक ने बीती लगातार तीन बैठकों में रेपो रेट को कम करने का ऐलान किया था। इनमें से दो बार 25-25 बेसिस पॉइंट घटाई गई थीं, जबकि एक बार 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई थी। जिसके बाद ये 5.50% पर आ चुका है।
केंद्रीय गवर्नर ने क्या कहा?
आरबीआई गर्वनर संजय मल्होत्रा ने एमपीसी की बैठक के बाद कहा कि, एमपीसी ने सर्वसम्मति से रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने के लिए मतदान किया। रेपो दर 5.5 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई। उन्होंने कहा कि, कोर महंगाई 4% के स्तर पर स्थिर बनी हुई है। वहीं, कई विकसित देशों में महंगाई बढ़ रही है। सामान्य से बेहतर दक्षिण-पश्चिम मानसून और अन्य अनुकूल परिस्थितियां आर्थिक वृद्धि को लगातार समर्थन दे रही हैं।
आरबीआई गवर्नर ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। वहीं, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि अनुमान 6.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही के लिए 6.7 प्रतिशत, तीसरी तिमाही के लिए 6.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही के लिए 6.3 प्रतिशत निर्धारित किया है।
जबकि, अगले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2026-27) की पहली तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रह सकती है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 में महंगाई 3.1 प्रतिशत रह सकती है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में महंगाई 2.1 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 3.1 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.4 प्रतिशत सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 2026-27 की पहली तिमाही के लिए महंगाई दर अनुमान 4.9 प्रतिशत है।
इससे पहले तीन बार हुई कटौती
आरबीआई की ओर से इस साल फरवरी शुरुआत से अब तक तीन बार रेपो रेट में कटौती की जा चुकी है। तीन बैठकों में केंद्रीय बैंक ने कुल एक प्रतिशत की कटौती ब्याज दरों में की है। आरबीआई ने रेपो रेट में फरवरी में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी और अप्रैल में 0.25 प्रतिशत की कटौती का फिर से एलना किया गया था। जबकि, आखिरी बार जून में 0.50 प्रतिशत की कटौती की थी।
Created On :   6 Aug 2025 11:21 AM IST