विधान परिषद: एआई से मराठी भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, संशोधन विधेयक मंजूर

एआई से मराठी भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे इंजीनियरिंग के विद्यार्थी, संशोधन विधेयक मंजूर
  • विधान परिषद में बाबासाहेब आंबेडकर टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक मंजूर
  • जून में शुरू होनेवाले नए सत्र से विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगा एआई

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक जैसे पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए मराठी भाषा में भी पढ़ाई कर सकेंगे। आईआईटी बॉम्बे ने एआई का एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इससे उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रोफेसर यदि अंग्रेजी भाषा में पढ़ाएंगे, तब भी विद्यार्थी मराठी में उसका अनुवाद सुनकर सीख सकेंगे। रियल टाइम में अंग्रेजी से मराठी भाषा में अनुवाद हो सकेगा। गुरुवार को विधान परिषद में उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने एआई की मदद से पढ़ाई के विषय में जानकारी दी। पाटील ने सदन में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2024 पेश किया। सदन में इस विधेयक को मंजूरी मिल गई है। जबकि विधानसभा में 28 फरवरी को ही विधेयक पारित हो गया था। इससे रायगड के लोणेरे में स्थित आंबेडकर टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक वर्ष से पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग समेत अन्य पाठ्यक्रमों की अंग्रेजी के अलावा अब मराठी भाषा में भी पढ़ाई हो सकेगी। हालांकि विद्यार्थियों के लिए मराठी भाषा में पढ़ाई ऐच्छिक होगी। विधेयक पर हुई चर्चा के दौरान पाटील ने कहा कि राज्य सरकार अपने खर्च से सभी महाविद्यालयों को यह सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराएगी। महाविद्यालयों को नए शैक्षणिक सत्र जून से मराठी भाषा में पढ़ने के लिए विद्यार्थियों के बीच अभियान चलाने के लिए कहा जाएगा।

मराठी में तैयार की गई किताबें

मंत्री चंद्रकांत पाटील ने सूचित किया कि पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग, कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय की सभी किताबें मराठी भाषा में तैयार कर ली गई हैं। अब एआई के आने से विद्यार्थियों को मराठी भाषा में पढ़ाना और आसान हो जाएगा। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को आंबेडकर टेक्नोलॉजिकल विश्वविद्यालय का कैम्पस शुरू करने के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।

जर्मनी को चार लाख युवाओं की जरूरत

मंत्री पाटील ने कहा कि जर्मनी में चार लाख युवाओं की जरूरत है। लेकिन उन्हें इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आईटीआई जैसे पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी चाहिए। पाटील ने कहा कि हमने पहले साल में जर्मनी को 40 हजार युवा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। महाराष्ट्र से जर्मनी जाने वाले युवाओं को टिकट किराया, पासपोर्ट और वीजा मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।

दोनों भाषा में उत्तर पुस्तिका लिखने का विकल्प

पाटील ने कहा कि प्रश्नपत्रिका अंग्रेजी और मराठी दो भाषाओं में होगी। विद्यार्थियों को भी अंग्रेजी और मराठी भाषा में उत्तर पुस्तिका लिखने की अनुमति होगी। पाटील ने कहा कि उदाहरण के तौर एक प्रश्न पत्रिका का आठ में से छह जवाब मराठी और दो अंग्रेजी में भी लिख सकेंगे।

सभी देशों में अंग्रेजी का इस्तेमाल नहीं: उपसभापति

सदन में उपसभापति नीलम गोर्हे ने कहा कि विश्व के हर देश में अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल नहीं होता है। विद्यार्थी अपनी मातृ भाषा में जल्दी सीखते हैं। मराठी भाषा में विद्यार्थी अच्छी तरीके से पढ़ सकें। इसके लिए नई शुरुआत की जा रही है।

Created On :   29 Feb 2024 4:12 PM GMT

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