नैया पार!: आठ सीटों पर कांग्रेस का खेल खराब कर सकते हैं वीबीए, इन सीटों पर हुई थी हार

आठ सीटों पर कांग्रेस का खेल खराब कर सकते हैं वीबीए, इन सीटों पर हुई थी हार
  • 2019 के चुनाव में आंबेडकर के उम्मीदवारों के चलते इन सीटों पर हारे थे कांग्रेस प्रत्याशी
  • साल 2019 में भी नहीं हो पाया था गठबंधन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर की राजनीतिक चाल से विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी एक बार फिर गच्चा खा गई है। वीबीए के अलग होने से विपक्ष का गठबंधन महाविकास आघाड़ी बिखर गया है। बीवीए अभी तक जो 8 उम्मीदवार उतारे हैं, वे कांग्रेस का खेल बिगड़ सकते हैं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वीबीए ने गडचिरोली-चिमूर सीट हितेश मांडावी को उम्मीदवार बनाया है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में गडचिरोली-चिमूर सीट पर वीबीए के प्रत्याशी रमेश कुमार गजबे को 1 लाख 11 हजार 468 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. नामदेव उसेंडी ने 4 लाख 42 हजार 442 वोट हासिल किया था। जबकि भाजपा के उम्मीदवार अशोक नेते को 5 लाख 19 हजार 968 मत मिले थे। भाजपा उम्मीदवार नेते ने उसेंडी को 77 हजार 526 वोटों के अंतर से हराया था। वीबीए ने चंद्रपुर सीट से राजेश बेले को उम्मीदवारी दी है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए के उम्मीदवार राजेंद्र महाडोले ने 1 हजार 12 हजार 79 वोट प्राप्त किए थे। चंद्रपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार रहे दिवंगत बालू धानोरकर ने भाजपा उम्मीदवार हंसराज अहिर को 44 हजार 763 वोटों से पराजित किया था। धानोरकर को 5 लाख 57 हजार 550 वोट और अहिर को 5 लाख 12 हजार 728 मत मिले थे।

वीबीए ने अकोला सीट से खुद प्रकाश आंबेडकर मैदान में उतरे हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आंबेडकर को 2 लाख 78 हजार 848 मत मिले थे। भाजपा के उम्मीदवार संजय धोत्रे को 5 लाख 54 हजार 444 मत मिले थे। धोत्रे ने आंबेडकर को 2 लाख 75 हजार 596 वोटों के अंतर से हराया था। वीबीए ने भंडारा-गोंदिया सीट पर संजय केवात को प्रत्याशी बनाया है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए के उम्मीदवार के एन नन्हे इस सीट पर 45 हजार 842 वोट पाए थे। जबकि भाजपा उम्मीदवार सुनील मेंढे को 6 लाख 50 हजार 243 वोट और राकांपा प्रत्याशी नाना पंचबुद्धे को 4 लाख 52 हजार 849 मत मिले थे। मेंढे ने पंचबुद्धे को 1 लाख 97 हजार 394 वोटों के अंतर से हराया था।

वीबीए ने बुलढाणा सीट पर वंसत मगर को उम्मीदवारी दी है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बुलढाणा सीट पर वीबीए के बलिराम सिरस्कर को 1 लाख 72 हजार 306 वोट मिले थे। वीबीए के अमरावती सीट पर प्राजक्ता पिल्लेवान उम्मीदवार होंगी। इस सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए के प्रत्याशी गिणवंत देवपारे को 65 हजार 135 वोट मिले थे। वीबीए ने इस बार वर्धा सीट पर राजेंद्र सालुंके को उम्मीदवारी दी है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए उम्मीदवार धनराज वंजारी को 36 हजार 452 मत मिले थे। वीबीए के यवतमाल-वाशिम सीट से उम्मीदवार खेमसिंग पवार होंगे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए के उम्मीदवार प्रवीण पवार ने यहां से 94 हजार 228 वोट हासिल किए थे।

साल 2019 में भी नहीं हो पाया था गठबंधन

इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव के समय भी आंबेडकर और कांग्रेस-राकांपा की आघाड़ी के बीच आखिरी समय में गठबंधन नहीं हो पाया था। जिसके बाद वीबीए ने लोकसभा की 47 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। वीबीए के उम्मीदवारों के कारण कांग्रेस-राकांपा की आघाड़ी को पांच सीटों पर बड़ा नुकसान हुआ था। वीबीए के प्रत्याशियों के कारण नांदेड़, सोलापुर, परभणी, बुलढाणा, गडचिरोली-चिमूर हातकणंगले सीट कांग्रेस-राकांपा आघाड़ी और समर्थित उम्मीदवार जीत नहीं पाए थे।

Created On :   10 April 2024 12:54 PM GMT

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