Nagpur News: बच्चों की खुशी और रचनात्मकता से सजा किड्स डे आउट सेलिब्रेशन, बच्चों को मिले प्रमाण पत्र और उपहार

बच्चों की खुशी और रचनात्मकता से सजा किड्स डे आउट सेलिब्रेशन, बच्चों को मिले प्रमाण पत्र और उपहार
  • ‘किड्स डे आउट सेलिब्रेशन’ का सफल आयोजन
  • शासकीय दंत महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीडीसीएच) के पीडियाट्रिक एवं प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री विभाग का आयोजन

Nagpur News. शासकीय दंत महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीडीसीएच) के पीडियाट्रिक एवं प्रिवेंटिव डेंटिस्ट्री विभाग ने ‘किड्स डे आउट सेलिब्रेशन’ का सफल आयोजन किया गया। परंपरागत रूप से यह कार्यक्रम हर वर्ष क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता था, लेकिन “परिवर्तन प्रकृति का नियम है” की भावना को अपनाते हुए इस वर्ष इसे अधिक समावेशी स्वरूप देते हुए बच्चों की खुशी, रचनात्मकता और आपसी सौहार्द पर केंद्रित ‘किड्स डे आउट सेलिब्रेशन’ के रूप में मनाया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन जीडीसीएच नागपुर के डीन डॉ. मंगेश फडनाईक की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर उप डीन डॉ. मंजुषा वर्धपांडे और डॉ. रितेश कलासकर, डॉ. नूपुर निनावे तथा डॉ. राकेश बहादुरे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों से आए 100 से अधिक बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता रही। प्रतिभागी बच्चों को ड्रॉइंग शीट, क्रेयॉन्स, पेंसिल कलर्स और पेंट्स उपलब्ध कराए गए। बच्चों ने अपनी कल्पना, भावनाओं और रचनात्मकता को रंगों के माध्यम से खूबसूरती से उकेरा, जिससे पूरा परिसर रंग-बिरंगे उत्साह और कला के भाव से सराबोर हो गया। इस प्रतियोगिता ने बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने के साथ-साथ आनंद और सृजनशीलता को भी प्रोत्साहित किया।


चित्रकला प्रतियोगिता के उपरांत सभी बच्चों को प्रमाण पत्र और उपहार वितरित किए गए, जिससे उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। ‘किड्स डे आउट’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए बच्चों द्वारा नृत्य और गायन की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। विशेष रूप से सहारा स्कूल, भगवान नगर, नागपुर के मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों द्वारा शिक्षा विषय पर प्रस्तुत नृत्य ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया और गहरी छाप छोड़ी।

कार्यक्रम का समापन डॉ. नूपुर निनावे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। इस सफल आयोजन में विभाग के सभी प्राध्यापकों और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों का सराहनीय योगदान रहा। इनमें डॉ. रश्मि पिपरे, डॉ. विजया ढोटे, डॉ. सुरेंद्रकुमार बी, डॉ. वर्षा धामदरे, डॉ. श्वेता श्रीधर, डॉ. हीना पॉपटानी, डॉ. निधि शर्मा, डॉ. उत्कर्षा कदम, डॉ. स्नेहल जगताप, डॉ. राहुल गुप्ता, डॉ. ऐश्वर्या डांडगे और डॉ. अंशु शराफ शामिल रहे।

Created On :   24 Dec 2025 7:59 PM IST

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