Nagpur News: बाघ ने फिर ली पारशिवनी में किसान की जान, बकरी चराने गया था - नहीं लौटा

बाघ ने फिर ली पारशिवनी में किसान की जान, बकरी चराने गया था - नहीं लौटा
  • बाघ ने फिर ली पारशिवनी में किसान की जान
  • एक ही बाघ ने हमला करने की आशंका
  • दो दिन पहले ही हुई थी घटना

Nagpur News. पारशिवनी तहसील में बाघ के हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को एक और दुखद घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी, जब कालभैरव पेठ में बाघ ने 45 वर्षीय किसान मधुकर राउत को मार डाला। यह इस साल की पांचवीं ऐसी घटना है, जो मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को उजागर करती है। हैरानी की बात यह है कि दो दिन पहले ही, शुक्रवार को इसी क्षेत्र में एक अन्य किसान दिनेश खंडाते (35) बाघ का शिकार बन चुका था। लगातार दो हमलों ने ग्रामीणों में दहशत और वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मधुकर राउत रविवार सुबह अपने खेत पर बकरी चराने लगे गया था। शाम होने के बाद सभी बकरियां घर लौट आईं, लेकिन किसान घर नहीं आया था। जिसके बाद घरवालों को चिंता सताने लगी। क्योकि दो दिन पहले ही एक बाघ के हमले में किसान की मौत हुई थी। ऐसे में उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी, वही घरवाले गांववालों के साथ मिलकर परिसर में रात को घूमे, लेकिन रात हो जाने से कुछ नहीं मिला। इसके बाद सोमवार की सुबह वन विभाग की चार टीम ने मिलकर खोजबीन शुरू की। ऐसे में किसान बुरी अवस्था में जंगल में पाया गया। शरीर पर बाघ के हमले के निशान साफ दिख रहे थे। प्रारंभिक जांच में वन विभाग ने पुष्टि की कि यह बाघ का हमला था। ग्रामीणों का मानना है कि यह वही बाघ हो सकता है, जिसने शुक्रवार को दिनेश को मारा था, क्योंकि दोनों घटनाएं एक ही क्षेत्र में हुईं। हालांकि, वन विभाग ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है और जांच जारी है।

पिछली घटना का दर्दनाक विवरण

शुक्रवार को हेटीखेड़ा निवासी दिनेश खंडाते अपने खेत में काम कर रहे थे, जब उनका एक बैल जंगल की ओर चला गया। उसे ढूंढने गए दिनेश पर बाघ ने हमला कर दिया। देर रात वन विभाग की टीम को कक्ष क्रमांक 239 में उनका शव मिला। वन विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए परिजन को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया और क्षेत्र में कैमरे लगाकर बाघ की तलाश शुरू की, लेकिन बाघ का कोई सुराग नहीं मिला और दो दिन बाद ही एक और हमला हो गया।

ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग पर सवाल

लगातार हमलों ने ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। लोग खेतों में जाने से डर रहे हैं, और वन विभाग की निष्क्रियता पर आक्रोश बढ़ रहा है। क्या यह बाघ आदमखोर हो चुका है? क्या ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे? ये सवाल हर किसी के मन में हैं। वन विभाग ने जांच तेज करने और बाघ को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित करने का आश्वासन दिया है।

Created On :   28 July 2025 6:16 PM IST

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