रोष: पीएचडी फेलोशिप परीक्षा, दूसरे दिन भी महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन

पीएचडी फेलोशिप परीक्षा, दूसरे दिन भी महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन
  • आंदोलनकारी छात्रों का कहना- प्रशासन जिम्मेदारी से भाग रहा है
  • अधिकारियों का जवाब - ब्योरा सरकार को भेज दिया है

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पीएचडी फेलोशिप सीईटी पेपर लीक पर कल बुधवार को नागपुर के कमला नेहरू कॉलेज के परीक्षा केंद्र में जमकर हंगामा हुआ। छात्रों ने परीक्षा रद्द और सभी को फेलोशिप देने की मांग करते हुए देर रात तक महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। आज दूसरे दिन भी छात्र अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन पर बैठे थे। बाद में छात्रों ने महाज्योति के महासंचालक राजेश खवले से इस मामले में जवाब पूछा तो उन्होंने कहा कि महाज्योति, बार्टी और सारथी ने अपना अहवाल प्रशासन को भेजा है। अब पीएचडी फेलोशिप परीक्षा के मामले में शासन स्तर पर ही निर्णय होगा। छात्रों का कहना है कि फेलोशिप परीक्षा को लेकर प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से सीधे सीधे हाथ झटक रहा है।

इस कारण परीक्षा देने से किया था इनकार : राज्य में बुधवार को नागपुर समेत पुणे, संभाजी नगर और कोल्हापुर इन चार शहरों में पीएचडी फेलोशिप सीईटी परीक्षा का आयोजन किया गया था। नागपुर कमला नेहरू काॅलेज में आयोजित इस परीक्षा में प्रश्न संच सी और डी सीलबंद नहीं था। इतना ही नहीं, प्रश्न संच सी और डी में जेरॉक्स पेपर थे और उसे स्टॅपल भी किया गया था। सीईटी परीक्षा के इस भारी गड़बड़ी को देखते हुए छात्रों ने परीक्षा देने से साफ इनकार किया था। साथ ही छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। कल रात को 11 बजे तक छात्र महाज्योति कार्यालय के प्रवेश द्वार के सामने प्रदर्शन पर बैठे थे। कल छात्रों ने महाज्योति के महासंचालक को अपनी मांगों का निवेदन दिया था। उन्होंने छात्रों से कहा कि गुरुवार को 11 बजे के बाद आपको इस मामले में जानकारी दी जाएगी। गुरुवार को छात्रों ने फिर से महाज्योति कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और उनका एक शिष्टमंडल महाज्योति के महासंचालक से मिलने गया। तब महासंचालक ने बताया कि उनका निवेदन, महाज्योति, बार्टी, सारथी और पुणे विश्वविद्यालय सेट विभाग का अहवाल शासन को भेजा गया है। अब शासन ही इस पर निर्णय लेगा।

दबाव बनाने की कोशिश : छात्रों का दावा है कि प्रशासन से जवाब पूछने वालों पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। जो छात्र नेतृत्व कर रहे हैं, उनका नाम लिखा जा रहा है। उनकी वीडियो शूटिंग की जा रही है। इसलिए कुछ छात्रों में डर पैदा हुआ है।

उत्तर पत्रिका जांचने पर स्थगन : पुणे विश्वविद्यालय सेट विभाग के समन्वयक प्रा. बी. पी. कापडणीस ने गुरुवार को इस सारे मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पीएचडी फेलोशिप सीईटी का पेपर लीक होने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। इसमें कोई भी तथ्य नहीं है। इस संबंध में छात्रों द्वारा दिए निवेदन को ध्यान में लेते हुए विश्वविद्यालय इस परीक्षा की उत्तर पत्रिका जांचने पर स्थगन लगाती है।

Created On :   12 Jan 2024 5:01 AM GMT

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