धोखा: फिट्जी में लाखों फीस भरने के बाद भी पढ़ाई में नुकसान क्यों, अभिभावकों का आरोप

फिट्जी में लाखों फीस भरने के बाद भी पढ़ाई में नुकसान क्यों, अभिभावकों का आरोप
  • डेढ़ महीने से फोन उठाना बंद था
  • दूर रहने वाले अभिभावकों की परेशानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर में जेईई ट्यूशन क्लासेस "फिट्जी' में लाखों की फीस देने के बाद भी नियमित पढ़ाई से विद्यार्थी वंचित रह रहे हैं। इसके विरोध में रविवार को लॉ कॉलेज चौक स्थित "फिट्जी' क्लास के सामने सैकड़ों की संख्या में अभिभावक व छात्रों ने जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि लाखों की फीस लेते समय आश्वस्त किया गया था कि अच्छे शिक्षकों द्वारा छात्रों को पढ़ाया जाएगा, नियमित क्लास लिए जाएंगे और समय पर कोर्स पूरा किया जाएगा। अभिभावकों ने क्लासेस के नियमों का पालन करते हुए लाखों की फीस जमा कर दी, लेकिन ट्यूशन क्लासेस इन्स्टीट्यूशन का क्या? सारे कायदे कानून अभिभावक और छात्रों के लिए ही है क्या? ट्यूशन क्लासेस वालों के लिए कोई नियम नहीं? ऐसे कई संतप्त सवाल अभिभावकों ने किए।

डेढ़ महीने से फोन उठाना बंद था

अभिभावकों ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन होने के पहले करीबन डेढ़ महीने से क्लासेस वालों ने अभिभावकों के फोन उठाना ही बंद कर दिया था। जब छात्राें द्वारा अभिभावकों को पता चला कि नियमित क्लासेस नहीं हो रही, तब उन्होंने "फिट्जी' ट्यूशन क्लासेस में जानकारी के लिए फोन किया। शुरू में घुमा-फिराकर जवाब दिए जाते रहे, बाद में फोन ही उठाना बंद कर दिया।

दूर रहने वाले अभिभावकों की परेशानी

एक अभिभावक ने बताया कि जनवरी 2025 में परीक्षा है, ऐसे में नियमित पढ़ाई नहीं होगी, तो छात्र परीक्षा कैसे देंगे? अभिभावकों ने तो पूरी फीस दी है, ऐसे में अगर नियमित क्लासेस नहीं ली जाती तो सबसे ज्यादा छात्रों को नुकसान है। एक ओर अभिभावकों के पैसे गए, दूसरी ओर छात्रों का भविष्य भी अंधेरे में है। इस वजह से अभिभावक और छात्र काफी िचंता में हैं कि आगे क्या करें? बाहर गांव के अभिभावक और छात्र ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि उन्हें हर बार शहर में आना पड़ता है।

पेमेंट नहीं, 10 से 12 शिक्षकों ने नौकरी छोड़ी

"फिट्जी' ट्यूशन क्लॉसेस में पिछले दो महीने से पेमेंट न मिलने से 10 से 12 शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी है। गणित, रसायन, भौतिकी जैसे गंभीर विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी है। इस वजह से दो महीने से नियमित पढ़ाई नहीं हो रही है। उनके स्थान पर कोई नए शिक्षक नहीं आए। अभिभावकों ने कहा कि शिक्षकों को पेमेंट करना क्लासेस वालों का मसला है। अभिभावक तो पूरी फीस दे चुके हैं। फिर छात्रों को बेवजह नुकसान क्यों सहना पड़ रहा है। "फिट्जी' ट्यूशन क्लासेस ने गोकुलपेठ और वर्धामान नगर में भी अपनी नई शाखा शुरू की है। अगर "फिट्जी' के पास शिक्षकों और कर्मचारियों को पेमेंट देने के लिए पैसा नहीं, तो नई शाखा कैसे शुरू की गई, यह भी सवाल अभिभावकों द्वारा किया जा रहा है।

अफवाह सच निकली

अभिभावकों को कहना है कि नियमित पढ़ाई को लेकर "फिट्जी' क्लासेस के बारे में जब भी कुछ जानकारी मिलती, तो क्लास द्वारा ग्रुप में मैसेज भेजा जाता रहा कि किसी अफवाह पर विश्वास न करें, लेकिन आखिरकार यही अफावाह सच साबित हुई है।

Created On :   11 Jun 2024 12:46 PM GMT

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