गोल्ड ब्लॉक के लिये 158 हेक्टेयर भूमि रिजर्व, ऑक्शन के लिये भेजा प्रस्ताव

158 hectare land reserve for gold block, proposal sent for auction
गोल्ड ब्लॉक के लिये 158 हेक्टेयर भूमि रिजर्व, ऑक्शन के लिये भेजा प्रस्ताव
गोल्ड ब्लॉक के लिये 158 हेक्टेयर भूमि रिजर्व, ऑक्शन के लिये भेजा प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)। कोयला और बिजली के लिये देश-विदेश में मशहूर सिंगरौली की जमीन अब सोना उगलेगी। जिले के चितरंगी के चकरिया में स्थित सोने की खदान की नीलामी होने के बाद अब इसी क्षेत्र का दूसरा गोल्ड ब्लॉक भी जीएसआई के सर्वे में पाया गया है। इस खदान में प्रचुर मात्र में सोना निकलने का अनुमान है। खनिकर्म के संचालनायल के डायरेक्टर द्वारा भेजे गये पत्र के आधार पर अब सिलफोरी के गुरार पहाड़ स्थिति गोल्ड ब्लॉक की जल्द ही नीलामी होने के आसार बन गये हैं। खनिज अधिकारी ने बताया कि गोल्ड ब्लॉक नीलामी के लिये प्रतिवेदन डायरेक्टर को भेज दिया है। उन्होंने बताया कि गोल्ड ब्लॉक के लिये चिहिंत एरिया में अतिक्रमण नहीं पाया गया है। खनिज अधिकारी ने बताया कि चितरंगी के सिलफोरी में गोल्ड माइंस के लिये प्रतिवेदन तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया जीएसआई के सर्वे में चिहिंत एरिया में वर्तमान समय में जमीन की उपलब्धता से लेकर राजस्व विभाग और फॉरेस्ट ने एनओसी जारी कर दी है। बताया जाता है कि 158 हेक्टेयर भूमि को खदान के लिये रिजर्व किया गया है। जिसमें से 144 हेक्टेयर जमीन जंगल अमले की है और शेष 14 हेक्टेयर भूमि राजस्व की है। 
7.59 मिलियन गोल्ड ओर का अनुमान
सिलफोरी के गुरार पहाड़ में 7.59 मिलियन गोल्ड ओर निकलने की जीएसआई सर्वे में संभावना जताई गई है। खनिज अधिकारी ने बताया की गोल्ड ब्लॉक के लिये 158.47 हेक्टेयर का क्षेत्र रिजर्व किया गया है। उन्होंने बताया कि गुरार पहाड़ से करीब 8 टन के करीब सोना निकलेगा। इसके साथ ही अन्य खनिजों के पाये जाने की भी संभावना है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर के प्रतिवेदन के आधार पर सरकार द्वारा गोल्ड ब्लॉक की नीलामी की जायेगी। 
राजस्व और फॉरेस्ट ने जारी की एनओसी
चितरंगी के सिलफोरी के गुरार पहाड़ में करीब 8 टन सोना निकलने का जीएसआई के सर्वे में जानकारी सामने आने के बाद वन विभाग और राजस्व ने हाल में ही एनओसी जारी कर दी है। प्रभारी खनिज अधिकारी ने बताया कि भूमि की वर्तमान उपलब्ध के संबंध में वन और राजस्व से एनओसी मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि जिला स्तर से क्लीयरेंस जारी होने के बाद अब गुरार पहाड़ के गोल्ड ब्लॉक की नीलामी होगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित क्षेत्र में जीएसआई सर्वे के दौरान चिहिंत की गई जमीन वर्तमान समय में सुरक्षित है। ऐसे प्रस्तावित क्षेत्र में विवाद की स्थिति नहीं होने से गोल्ड ब्लॉक की नीलामी होने के तेजी से आसार बन गये हैं।
प्रशासन समेत फॉरेस्ट भी उत्साहित
खनिज कर्म के डायरेक्टर द्वारा जिले में गोल्ड ब्लॉक चिहिंत होने से राजस्व से लेकर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खासे उत्साहित हैं। राजस्व और वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोयले के बाद जिले में गोल्ड अयस्क मिलने सिंगरौली को अलग पहचान मिलेगी। बताया जाता है कि पहले सिंगरौली को कालापानी की संज्ञा दी जाती थी, लेकिन कोयले के प्रचुर मात्रा में निकलने के साथ बिजली का उत्पादन तेजी से बढऩे से आज कई राज्य यहां की उर्जा पर निर्भर है। अब इसी क्षेत्र में मध्यप्रदेश में सोने की दो खदानें होने से एक बार फिर सिंगरौली ने प्रदेश में टॉप पर आ गया है।
इनका कहना है
सिलफोरी के गुरार पहाड़ में जीएसआई के सर्वे में करीब 8 टन सोना पाये जाने की पुष्टि होने के बाद जिले से प्रतिवेदन मांगा गया है। राजस्व और वन विभाग से प्रतिवेदन तैयार कराकर संचालक को भेजा गया है। उम्मीद है कि जिले में चितरंगी के चकरिया के साथ अब गुरार पहाड़ गोल्ड ब्लॉक की जल्द ही नीलामी की प्रक्रिया पूर्ण हो जायेगी।
-एके राय, प्रभारी खनिज अधिकारी
 

Created On :   20 July 2020 6:40 PM IST

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