कोरोना के नाम पर लूट रहे निजी अस्पताल, थमाया 19 लाख का बिल, भाजपा ने की शिकायत

19 lakh bill created by a private hospital on the name of Coronas treatment
कोरोना के नाम पर लूट रहे निजी अस्पताल, थमाया 19 लाख का बिल, भाजपा ने की शिकायत
कोरोना के नाम पर लूट रहे निजी अस्पताल, थमाया 19 लाख का बिल, भाजपा ने की शिकायत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए मनमाना बिल वसूलने को लेकर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और मुंबई महानगरपालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर इस पर लगाम लगाने की मांग की है। सोमैया के मुताबिक सरकार ने केवल बिस्तर की दर तय की है। इसके बाद अस्पताल कोविड मैनेजमेंट चार्ज, पीपीई चार्ज, कंसल्टेंसी चार्ज,  कंज्यूमरेबल चार्जेस के नाम पर मनमाने पैसे वसूल रहे हैं। दरअसल वॉकहार्ट अस्पताल ने इलाज के लिए दाखिल एक शख्स को 18 लाख 80 हजार रुपए का बिल दिया है। सोमैया के मुताबिक यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले  ऑटो रिक्शा ड्राइवर और मजदूर को  9-9 लाख से ज्यादा का बिल दिया गया जबकि एक व्यापारी को कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए 15 लाख रुपए का बिल थमा दिया गया। 

मरीजों को वापस करने पड़े डेढ़ करोड़

मामले की शिकायत के बाद मुंबई महानगर पालिका के अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं और उन्होंने बिल का ऑडिट शुरू कर दिया है। मनमाने तरीके से बिल वसूलने की कई शिकायतों के बाद मुंबई महानगरपालिका निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। शिकायत के आधार पर बिलों का ऑडिट कर मनपा अब तक निजी अस्पतालों द्वारा गलत तरीके से वसूले गए 1 करोड़ 47 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मरीजों को वापस दिला चुकी है। इसके लिए ऑडिटरों की टीम बनाई गई है। समिति की मंजूरी के बाद ही अस्पताल बिल वसूल सकते हैं। अब तक 1115  मरीजों की शिकायत के आधार पर 37 अस्पतालों को ज्यादा वसूले गए पैसे वापस लौटाने पड़े हैं। छानबीन के बाद अधिकारियों ने पाया के मरीजों और उनके परिजनों से अस्पतालों ने 14 करोड़ 1 लाख का बिल वसूला था लेकिन वास्तव में बिल 12 करोड़ 54 लाख होना चाहिए था। मनपा की सख्ती के बाद निजी अस्पतालों ने यह रकम मरीजों और उनके परिजनों को लौटा दी।  


 

Created On :   21 July 2020 1:05 PM GMT

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