तेंदुआ की खाल समेत 5 तस्कर चढ़े वन विभाग के हत्थे

5 smugglers, including leopard skins, were killed by the forest department
 तेंदुआ की खाल समेत 5 तस्कर चढ़े वन विभाग के हत्थे
 तेंदुआ की खाल समेत 5 तस्कर चढ़े वन विभाग के हत्थे

-माड़ा वन परिक्षेत्र में 3 साल पहले किया था वन्यप्राणी का शिकार, रंजिश का बदला लेने के लिये रिश्तेदार के यहां छिपाई थी खाल
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
माड़ा के ओखरावल वन परिक्षेत्र में तीन साल पहले तेंदुआ का शिकार करने के मामले में फॉरेस्ट को बड़ी कामयाबी मिली है। बताया जाता है कि तस्कर तेंदुआ का शिकार करने के बाद रंजिश का बदला लेने के लिये तस्कर ने रिश्तेदार की गौशाला में खाल छिपाई थी। तेंदुआ की खाल ओखरावल में छिपाये जाने की सूचना वन विभाग की टीम ने ओखरावल निवासी गेंदलाल के घर के पास बनी गौशाला की तलाशी ली। टीम ने तलाशी के दौरान तेंदुआ की खाल को जब्त करते हुये आरोपी का हिरासत में लिया। वन विभाग की पूछताछ के दौरान गेंदलाल ने बताया कि धिरौली निवासी कांता विश्वकर्मा ने रंजिश का बदला लेने के लिये तेंदुआ की खाल उसकी गौशाला में छिपाई थी। इस पर वन विभाग की टीम ने कांता विश्वकर्मा को हिरासत में लिया। वन विभाग की टीम की जांच में यह बात सामने आई उसने तेंदुआ की खाल धिरौली निवासी अर्जुन से खरीदी थी। इस सिलसिले में वन विभाग की टीम ने दो और आरोपियों को हिरासत में लेते हुये तेंदुआ के शिकार के मामले का पर्दाफाश कर दिया है।
कड़ी पूछताछ में उगला शिकार का राज
वन विभाग के हत्थे चढ़े अर्जुन की निशानदेही पर वन विभाग की टीम ने भगवानदार विश्वकर्मा और बुधलाल सिंह और रिसुन सिंह को हिरासत में लेते हुये कड़ी पूछताछ की है। वन विभाग की पूछताछ में आरोपी बुधलाल सिंह ने शिकार का राज खोला है। उसने बताया कि तीन साल पहले तीर धनुष से पूर्व सरई के जंगल में तेंदुआ का शिकार किया था। तेंदुआ की खाल उसने अर्जुन को दी थी। वन्य प्राणी की खाल को अर्जुन ने कांता विश्वकर्मा को बेंचा था। इस मामले के खुलासे के बाद वन विभाग की टीम ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है।
15 सदस्यीय टीम ने की कार्रवाई
तेंदुआ तस्कर के तार कई स्थानों से जुड़े होने के कारण वन विभाग की 15 सदस्यीय टीम ने ओखरावल, धिरौली और अन्य ठिकानों में दबिष देकर आरोपियों को आरेस्ट किया है। बताया जाता है कि पहले आरोपियों द्वारा वन विभाग की टीम को गुमराह करने की कोशिश की गई, लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद उन्होंने अपना जुर्म काबूल कर लिया हैै। इस कार्रवाई में माड़ा रेंजर शिल्पी जायसवाल, वैढऩ भीमसेन साकेत समेत वन विभाग का अमला उपस्थित रहा।
इनका कहना है
तेंदुआ के शिकार मामले में पांच आरोपियों को हिरासत में लेते हुए उनके खिलाफ  मामला दर्ज किया गया है। अभी आरोपी के कब्जे से शिकार में प्रयुक्त तीर और कमान को जब्त किया जाना है। इसके चलते उन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड की मांग की गई है।
-एलएस सिंह, एसडीओ, फॉरेस्ट
 

Created On :   30 May 2020 6:51 PM IST

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