50-60 किमी. दूरी तय कर वैढऩ पहुंच रहे आधार कार्ड बनवाने!

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50-60 किमी. दूरी तय कर वैढऩ पहुंच रहे आधार कार्ड बनवाने!

- अपग्रेट होती टेक्नोलॉजी के दौर में ये हालात लोगों के लिये बन रहे परेशानी का सबब
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
हर आमखास की पहचान (आईडेन्टिटी) का एक बड़ा और जरूरी माध्यम बन चुका आधार कार्ड, जिले में लोगों के लिये परेशानी का सबब बना हुआ है। दरअसल, यहां आधार कार्ड बनवाने के लिये पिछले कुछ समय से सेंटर की सुविधा काफी सीमित हो गई है। जबकि आधार बनाने वाले प्रत्येक सेंटर्स को प्रतिदिन आधार बनाने के लिये एक सीमित संख्या तक की अनुमति रहती है। नतीजा, जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में आधार कार्ड बनवाने सेंटर्स पर लोगों की जिस तेजी से भीड़ उमड़ती है, उस तेजी से लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पाते हैं। जिससे लोग अपना नंबर आने का इंतजार करते हैं या फिर मजबूर होकर आसपास या फिर दूरदराज तक भी आधार कार्ड बनवाने दौड़ लगाते हैं। ऐसा ही कुछ हाल जिला मुख्यालय वैढऩ में स्टेट बैंक की मुख्य ब्रांच के बाहर आये दिन बना रहता है। मौसम कोई भी हो, यहां रोजाना सुबह 6-7 बजे से जिले के कोने-कोने से लोगों की भीड़ मात्र आधार कार्ड बनवाने उमड़ती है। इस भीड़ में वैढऩ के अलावा जिले के दूरदराज के कोने सरई, लंघाडोल, बिन्दूल, कर्सुआराजा समेत अन्य कई क्षेत्रों से लोग रोजाना पहुंचते रहते हैं। इसमें कई तो महिलाएं भी रहती हैं, जो अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर यहां सुबह से भूखे, प्यासे डेरा डाले रहती हैं। ऐसा ही हाल दिव्यांगों और गरीब, मजबूर वर्ग के लोगों का भी रहता है। हैरानी की बात यह है कि ऐसे आवेदकों में ज्यादातर को आधार कार्ड बनवाने के लिये यहां एक बार नहीं बल्कि एक से ज्यादा बार चक्कर काटना पड़ता है, उसके बाद उनका आधार कार्ड बन पाता है। 
सिर्फ नंबर लगाने में लगते हैं 3-4 घंटे
आधार कार्ड बनवाने में होने वाली परेशानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां आधार कार्ड बनवाने के लिये पहले अपना नंबर दर्ज कराकर टोकन लेना पड़ता है। इसके लिये भीड़ ज्यादा होने पर लोग लाइन लगाते हैं और यह लाइन सुबह 6-7 बजे से 9-10 बजे  तक सेंटर चालू होने तक लगातार लगी रहती है। टोकन मिलने के बाद तारीख मिलती है कि अब आधार कार्ड बनेगा।
मनमानी वूसली की भी चर्चाएं
आधार कार्ड बनाने के लिये सेंटर्स पर लोगों से मनमाफिक फीस वसूलने की चर्चाएं क्षेत्र में काफी दिनों से चल रही हैं। चर्चाओं के दौरान लोग आरोप लगाते हैं कि नये आधार कार्ड के इनरोलमेंट के लिये 50 से 100 रूपये और करेक्शन के लिये करीब 150 रूपये तक खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन इसके लिये भी अवसर टोकन मिलने और नंबर आने के बाद ही मिलता है।
जिम्मेदारों ने कहा...
आधार कार्ड के लिये हमारे यहां बैंक में सेंट्रलाइज कांट्रेक्ट आईसेक्ट को दिया गया है। जिसके द्वारा ही यहां के पर सेंटर संचालित कराया जा रहा है। अन्य बैंकों में भी ऐसे ही आधार कार्ड बनवाने के लिये सेंटर संचालित करने का आदेश है, लेकिन कम ही जगह सेंटर संचालित किये जा रहे हैं। जिससे भीड़ होना लाजमी है।
- शिभान कृषेन, मैनेजर एसबीआई वैढऩ ब्रांच
हमारे यहां यूबीआई के वैढऩ व संजय नगर ब्रांच में तो आधार कार्ड रोजाना बनाये जाते हैं, एसबीआई वैढऩ में भी बनाये जाते हैं। अन्य किन बैंकों को आधार कार्ड के सेंटर संचालित करने का आदेश है यह तो देखना पड़ेगा। उसके बाद भी मैं कुछ बता पाऊंगा। 
- पीटर लखेरा, एलडीएम
 

Created On :   4 March 2020 9:39 AM GMT

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