हाथियों के झुंड ने बीट गार्ड को कुचलकर मारा - एक दर्जन गांवों में दहशत

A herd of elephants crushed the beat guard - Panic in a dozen villages
हाथियों के झुंड ने बीट गार्ड को कुचलकर मारा - एक दर्जन गांवों में दहशत
हाथियों के झुंड ने बीट गार्ड को कुचलकर मारा - एक दर्जन गांवों में दहशत

डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। छग बार्डर पार कर जिले की सीमा में घुसने के बाद हाथियों का कहर जारी है। शुक्रवार को बेकाबू हाथियों ने फिर ननियागढ़ में एक बीट गार्ड को पैर से कुचल कर मौत के घाट उतारा दिया है। जिले में लगातार वारदातों से लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया है। हालात यह है कि पिछले दिनों से हाथियों को खदेडऩे की लाख कोशिशों के बाद भी वन विभाग को कामयाबी नहीं मिल पाई है। इसके चलते बेलगाम हाथियों की धमाचौकड़ी से जहां दो लोगों की जान चली गई है, वहीं किसानों की तमाम फसल चौपट हो रही है। डीएफओ का कहना है कि हाथियों के झुंड को खदेडऩे की कोशिश जारी है। इधर हाथियों के आक्रामक होने से लोगों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। अब तक एक ग्रामीण और वन कर्मी की जान इन हाथियों के झुंड ने ले ली है। अब देखना यह है कि वन महकमा इन हाथियों को वापस छग में खदेड़ पाता है अथवा अभी और नुकसान होगा। 
दहशत का पर्याय बना हाथियों का झुंड
चार दिन पहले जिले की सीमा गोभा में प्रवेश करने के बाद हाथियों का झुंड अब दहशत का पर्याय बन गया है। हाथियों के झुंड द्वारा एकपई गांव के रामकृपाल पाल को कुचलने के बाद शुक्रवार को गोभा उत्तरी वन परिक्षेत्र में कार्यरत बीट गार्ड रामदरश शर्मा पिता रामभवन शर्मा निवासी चितरंगी की जान ले ली है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बीट गार्ड हाथियों के झुंड को खदेडऩे की कोशिश कर रहे थे। बताया जाता है कि बीट गार्ड को देखते ही हाथियों का झुंड आक्रामक हो गया। हाथियों ने बीट गार्ड को पैर से कुचलकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया है। इसके चलते हाथियों को खदेडऩे में लगा वन अमला भयभीत हो गया है। 
मौके पर ही तोड़ दिया दम
शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे हाथियों द्वारा बीट गार्ड को पैर से कुचलने के बाद उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। जानकारों का कहना है कि शरारती तत्वों द्वारा हाथियों पर पथराव करने से वे आक्रामक हो गये हैं। वन विभाग के अफसरों के मुताबिक हाथियों का झुंड अपने बच्चों पर हमले की आशंका के चलते हमला कर रहा है। जंगली हाथियों का बार्डर की तरफ मूवमेंट कराये जाने का वन विभाग के अफसरों द्वारा दावे किये जा रहे हैं। बहरहाल हाथियों के हमले की आशंका के चलते लोगों ने घर बाहर निकलना बंद कर दिया है।
झुंड ने 3 घंटे शव को घेरा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बी
ट गार्ड द्वारा हाथियों को भगाने के लिये पटाखा फोड़ा। इससे नाराज हाथियों ने बीट गार्ड को सूंढ में लपेट कर पैर से कुचल डाला। इसके बाद करीब 3 घंटे तक हाथियों ने बीट गार्ड के शव को घेरे रखा। दोपहर से मौके पर पहुंचा पुलिस और फारेस्ट अमला शाम छह बजे हाथियों के कब्जे से शव को मुक्त कराने में कामयाब हो पाया। पुलिस ने 108 एम्बुलेंस से शव को जिला अस्पताल में दाखिल कराया है।
गांवों में कराई गई मुनादी
हाथियों के आतंक के चलते वन विभाग ने शुक्रवार को मुनादी कराकर उनके पास नहीं जाने की अपील की है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है हाथियों के मूवमेंट के साथ ही उन पर टीम द्वारा नजर रखी जा रही है। गुरूवार की देररात हाथियों को बार्डर की तरफ करीबी 12 किलोमीटर खदेड़ा गया है। एसडीओ का कहना है कि ननियागढ़ से अब 2 किमी उत्तरप्रदेश का बार्डर बचा है। जबकि छत्तीसगढ़ का बार्डर 11 किमी. दूर है। 
इनका कहना है
हाथियों के झुंड को आज रात बार्डर पार करा दिया जायेगा। जंगल में पूरी टीम सर्चिग कर रही है। मृतक बीट गार्ड का शव पीएम के लिये जिला अस्पताल लाया गया है।
एलएस सिंह, एसडीओ, वैढऩ रेंज
 

Created On :   12 Oct 2019 12:38 PM GMT

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