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कोरोना को कंट्रोल करने प्रशासन को मिले 3 करोड़
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ) । कोरोना महामारी से निपटने के लिये राज्य सरकार ने जिले को 3 करोड़ का बजट दिया है, वहीं जिले के चार जनप्रतिनिधि भी जनता के प्रति संवेदनशीलता का परिचय दिया है। इस बजट को प्रशासन ने प्रवासी श्रमिकों के खाते में राशि भेजने के साथ उनकी घर वापसी की राह आसान की है। बताया जाता है कि राहत से प्रशासन ने मेडिकल केयर से लेकर प्रवासी श्रमिकों के खानपान समेत परिवहन के व्यय में खर्च किया है। जबकि इसमें 1 करोड़ की राशि कोविड 19 से बचाव के संसाधनों को विस्तार करने के लिये राज्य सरकार ने प्रशासन को दिया है। जानकारी के अनुसार इस आपदा की घड़ी में सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य ने सबसे अधिक राशि विधायक निधि जारी की है। हालांकि इस बजट की बची हुई राशि को अभी प्रशासन ने रिजर्व में रखा है। कलेक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस का प्रसार-रोकने और संक्रमितों को बेहतर उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने बताया कि जिले के जनप्रतिनिधियों भी महामारी से निपटने के प्रशासन का लगातार सहयोग किया है।
5801 प्रवासी श्रमिकों के खाते में भेजे 1-1 हजार
जिला प्रशासन की जानकारी के अनुसार कोरोनाकाल के दौरान प्रदेश के अन्य जिलों में फंसे 5801 श्रमिकों के खाते में 1000 के हिसाब से इन्हें राशि उपलब्ध कराई गई है। कोरोना के बजट से प्रशासन प्रवासी श्रमिकों के खाते में अब 58 लाख 1 हजार खर्च किये हैं। जानकारों का कहना है प्रशासन को यह राशि राज्य सरकार ने अलग-अलग मदों पर खर्च करने के लिये दी थी। हालांकि बजट और जनप्रतिनिधियों के सहयोग के चलते अभी तक प्रशासन ने कोरोना के लिये डीएमएफ से अभी जरूरत नहीं पड़ी है। बताया जाता है कि राहत राशि के खर्च की प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी की जा रही है।
प्रवासियों के परिवहन में खर्च हुये साढ़े 45 लाख
कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार के दौरान जिले के अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों की घर वापसी के लिये परिवहन में प्रशासन ने अब तक 45 लाख 47 हजार 826 रूपये की राशि खर्च की है। श्रमिकों को जिले में वापस लाने के लिये वाहनों के डीजल में भी 5 लाख 11 हजार की राशि खर्च किये जाने का प्रशासन ने ब्यौरा तैयार किया है। इसके साथ प्रशासन ने अधिग्रहण किये गये वाहनों पर भी कोरोना के बजट को खर्च किया है।
भोजन व्यवस्था में सवा लाख का व्यय
प्रवासी मजदूरों को यहां लाने के दौरान उनकी भोजन की व्यवस्था में सवा लाख की राशि खर्च होने की जानकारी सामने आई है। इसके साथ कोविड 19 के लिये बनाये गये सेंटरों में मरीजों की खानापान में राहत राशि का उपयोग किया गया है। इसके साथ मास्क, सेनेटाइजर, पीपी किट और मेडिकल की व्यवस्थाओं में भी राहत राशि प्रशासन द्वारा खर्च की गई है।
राम ने दिये 26 लाख
कोरोना काल में जनता को राहत पहुंचाने के लिये सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य सबसे अधिक दरियादिली दिखाई है। उन्होंने विधायक निधि से प्रशासन को 26 लाख की राशि मास्क पीपी किट, सेनेटाइजर समेत अन्य मेडीकल सुविधाओं में खर्च कने के लिये जारी की है। श्री वैश्य ने बताया कि विधायक निधि के आलावा आपदा में फंसे लोगों के भोजन, मास्क और सेनेटाइजर के लिये निजी तौर पर भी राशि खर्च की है।
सांसद निधि से दिये 5 लाख
जिले की सांसद रीति पाठक ने भी कोरोनाकाल में अपनी निधि से 5 लाख की राशि जारी की है। बताया जाता है कि श्रीमती पाठक ने भी कोरोना से बचाव के उपकरण और जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराये जाने के उद्देश्य सांसद निधि की राशि जारी की है। जिला योजना और सांख्यकी विभाग द्वारा सांसद निधि से राशि को खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
चितरंगी विधायक भी आये आगे
कोरोना काल में चितरंगी विधायक अमर सिंह भी जनता की मदद के लिये आगे आये हंै। उन्होंने विधायक निधि से 6.20 लाख की राशि कोरोना पीडि़तों की सहायता के लिये जारी की है। सिंगरौली विधायक के बाद महामारी में सबसे अधिक राशि जारी करने में चितरंगी विधायक ने दूसरे नंंबर पर अपनी जगह बनाई है।
Created On :   11 Aug 2020 6:16 PM IST