बीजेपी पर निशाना साधते अजित पवार बन गए शायर, लूटी वाह-वाह! लेकिन कर बैठे ये भूल

Ajit Pawar became a poet during targeting on BJP, but he made mistake
बीजेपी पर निशाना साधते अजित पवार बन गए शायर, लूटी वाह-वाह! लेकिन कर बैठे ये भूल
बीजेपी पर निशाना साधते अजित पवार बन गए शायर, लूटी वाह-वाह! लेकिन कर बैठे ये भूल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वित्तमंत्री अजित पवार ने विधानसभा में अपने बजट भाषण के दौरान विपक्षी दल भाजपा पर जामकर निशाना साधा। निशाना साधने के लिए उन्होंने सोहनलाल द्विवेदी कि सुप्रसिद्ध शेर का सहारा लिया। ‘कोशिश करने वालों की हार नहीं होती’ की पक्तियों ‘असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो’। हालांकि अजित ने सदन में इसे हरिवंश राय बच्चन की कविता बता दिया। दरअसल आम तौर पर इस कविता को बहुत से लोग हरिवंश राय बच्चन की कविता मानते हैं पर हरिवंश राय बच्चन के पुत्र सुप्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन ने खुद ट्विट कर बताया था कि यह कविता उनके बाबूजी की नहीं बल्कि सोहनलाल द्विवेदी की है।   

सोहनलाल द्विवेदी की कविता को हरिवंश राय बच्चन की बताई

आम तौर पर हिंदी बोलने से बचने वाले अजित ने बजट भाषण के दौरान मशहूर शायर अर्श मलसियानी का शेर ‘पूछ अगले बरस में क्या होगा, मुझे से पिछले बरस की बात न करे। ये बता हाल क्या है लाखो का, मुझ से दो-चार-दस की बात न कर’ पढ़ा। अजित ने अपने बजट भाषण की समाप्ती सुरेश भट्ट की मराठी कविता से की।   
 

Created On :   6 March 2020 12:03 PM GMT

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