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बीएमएस का दावा : एक ग्राम भी नहीं उठा कोयला -दिन भर लगाया हड़ताल की सफलता का गुणाभाग
डिजिटल डेस्क सिंगरौली(मोरवा)। एनसीएल में किसी भी खदान से न तो उत्पादन हुआ और न ही डिस्पैच। बीएमएस की हड़ताल शत्प्रतिशत सफल रही। यह पहला दिन है, आने वाले चार दिनों तक यही हाल रहेगा और केन्द्र सरकार को एफडीआई का निर्णय वापस लेना होगा। यह कहना था कि बीएमएस संगठन से सम्बद्ध भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ सिंगरौली के महामंत्री प्रदीप सिह का। संगठन के अध्यक्ष हीरामणि यादव ने बताया कि वे सुबह से ही सभी खदानों का भ्रमण कर रहे हैं। संगठन के कार्यकर्ता सभी प्वाइंट्स जैसे कोल स्टॉक, सीएचपी, साइलो और एमजीआर लाइनों पर जमे रहे। नतीजन न तो एक भी रैक लोड हो पायी है और न ही एक भी प्राइवेट ट्रक खदान से बाहर जा पाया है। बीएमएस की पांच दिवसीय हड़ताल के पहले दिन हड़ताल का व्यापक असर रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा कोल इंडिया में 100 फीसदी एफडीआई का निर्णय काफी महंगा पड़ेगा। खदानों से कोयला परिवहन को लेकर जयंत और गोरबी ब्लॉक बी से मोरवा रेलवे साइडिंग एरिया सन्नाटे में रहा। कोयला वाहनों की आवाजाही न के बराबर रही। देर रात लोड हुए हाइवा ही रेलवे साइडिंग पर सुबह पहुंचे थे लेकिन दोपहर बाद जयंत वाया मेढौली रेलवे स्टेशन सिंगरौली और ब्लॉक बी से रेलवे स्टेशन रोड पर सन्नाटा पसरा रहा।
6 बजे पहुंच गये अपने प्वाइंट्स पर
सुबह 6 बजे पहली ही पॉली में बीएमएस संगठन से सम्बद्ध कार्यकर्ता तय रणनीति के तहत अपने प्वाइंट्स पर पहुंच गये थे। जिनके द्वारा एफडीआई के विरोध में की गई हड़ताल में शामिल कोयला कामगारों के द्वारा केन्द्र सरकार विरोध नारेबाजी की गई। हड़ताल कार्यकर्ताओं ने जयंत और गोरबी माइंस के साथ ही दुधिचुआ के सीएचपी साइलो पर दिन नजर रखी और यहां पर जमे रहे। हड़ताल का असर सिर्फ खदानों तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि परियोजनाओं के टाउन शिप मेंटेनेंस आफिसेज में देखने को मिला। बीएमएस के झंडे के साथ गेट बंद कर दिया गया और नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता जमे रहे। केन्द्रीय पदाधिकारी हीरामणि यादव, वाईएन सिंह बघेल, देवेन्द्र कुमार, पीके सिंह ने कंट्रोल रूम से बैठकर सभी परियोजनाओं का जायजा लेते रहे।
इकाई पदाधिकारियों ने संभाला मोर्चा
एनसीएल की यूपी और एमपी स्थित सभी खदानों में इकाई के संगठन पदाधिकारियों ने मोर्चा संभाल रखा था। केन्द्रीय पदाधिकारी तय रणनीति के तहत सभी परियोजनाओं में पहुंच कर जायजा लेते रहे। अमलोरी में बीकेकेएसएस के कार्यकारी अध्यक्ष डीपी दुबे व वरिष्ठ कार्यकर्ता सचिव एनके सिंह ने नेतृत्व किया। निगाही में मनीष चौबे और राकेश पांडेय के साथ सचिव दिलील कुमार पांडेय व अध्यक्ष राजाराम मरावी के आव्हान पर कर्मचारियों ने भी हड़ताल में हिस्सा लिया।
Created On :   24 Sept 2019 2:41 PM IST