गैंगरेप : पुलिसकर्मियों पर भी हो सकती है एफआईआर, वकीलों ने भी किया पैरवी से इनकार

BPL : CM Shivraj singhensures strict punishment against culprits
गैंगरेप : पुलिसकर्मियों पर भी हो सकती है एफआईआर, वकीलों ने भी किया पैरवी से इनकार
गैंगरेप : पुलिसकर्मियों पर भी हो सकती है एफआईआर, वकीलों ने भी किया पैरवी से इनकार

डिजिटल डेस्क, भोपाल। राजधानी भोपाल में छात्रा से हुए गैंगरेप मामले में एफआईआर नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एफआईआर हो सकती है। ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल के मेंबर अजय दुबे ने डीजीपी रिषी कुमार शुक्ला को लेटर लिखकर मांग की है कि बलात्कार की शिकार हुई स्टूडेंट की एफआईआर नहीं लिखने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्रिमनल लाॅ के सेक्शन 166 के तहत एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद हुए संशोधन में यह स्पष्ट लिखा है। उन्होंने लेटर की कॉपी मप्र के चीफ सेक्रेटरी बीपी सिंह को भी भेजी है। इधर राजधानी के वकीलों ने मामले के आरोपियों का केस नहीं लडने का फैसला लिया है। भोपाल जिला बॉर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश व्यास ने कहा कि भोपाल में कोई भी वकील बलात्कार के इन आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा।

इस पूरी घटना की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़े शब्दों में निंदा की है। सीएम ने कहा कि अपराधियों को ऐसी सजा दी जाएगी जो दूसरों के लिए एक उदाहरण होगा। उन्होंने कहा कि ये एक संवेदनशील मामला है इसलिए इसे हम फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे। दिन-प्रतिदिन की निगरानी के साथ ही कोशिश करेंगे कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिले। मामला सामने आने के बाद भोपाल के वकीलों ने भी आरोपियों की पैरवी से इनकार कर दिया है।

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पत्रकारों से बात करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि सजा दूसरों के लिए एक उदाहरण हो, ताकि भविष्य में इस तरह के मामलें फिर सामने न आए। सीएम ने आगे कहा कि मामले में लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है, जिन्होंने पीड़िता की शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया था। साथ ही मामले में गठित की गई SIT की टीम लापरवाही के पहलुओं की जांच करेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा भी की। 

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वहीं सीएम चौहान ने मध्य प्रदेश पुलिस के बचाव में कि मध्य प्रदेश पुलिस ने पहले कई अच्छी कार्रवाई की है, इसलिए सभी को एक ही मानक से तौलना सही नहीं है। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुनानक देव के 549 वें प्रकाश पर्व पर हमीदिया गुरुद्वारा में गुरुग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेकने पहुंचे थे।

 



वकील नहीं करेेंगे आरोपियों की पैरवी

वहीं इस घिनौने अपराध के खिलाफ वकील एसोसिएशन भी खड़ा हो गया है। वकीलों के अध्यक्ष राजेश व्यास का कहना है कि भोपाल का कोई भी वकील आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि एमपी नगर पान की गुमठियों और बदमाशों से घिरा हुआ रहता है। रोजाना बच्चियों से छेड़ाछोड़ होती है, लेकिन अधिकतर मामले थाने तक पहुंच ही नहीं पाते हैं।

Created On :   4 Nov 2017 12:34 PM IST

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