बैंकों की हड़ताल से 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित

Business worth 200 crores affected by banks strike
बैंकों की हड़ताल से 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित
बैंकों की हड़ताल से 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित

डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। बैंकों में तालाबंदी रही। हड़ताल से अनजान ग्राहक पैसों के लेनदेन के लिए दोपहर तक विभिन्न बैंकों से मायूस होकर लौटते रहे। उधर अपनी लंबित मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल कार्यक्रम के तहत बैंक कर्मचारी व अधिकारी बैंकों के गेट पर प्रदर्शन व नारेबाजी करते रहे। बताया जाता है कि हड़ताल के चलते बैंकों में लगभग 200 करोड़ रूपए की लेनदेन प्रभावित हुआ है। एसबीआई वैढऩ ब्रांच में नारेबाजी का नेतृत्व करने वाले यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के स्थानीय सचिव सुजय कुमार व अधिकारी इम्प्लाई यूनियन के नेता ने संयुक्त रूप से बताया कि 13 जनवरी को बैंकिंग सेक्टर के कर्मियों के लिए 11वें वेतन पुनरीक्षण के लिए द्विपक्षीय वार्ता में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं हो पाया। इसलिए मजबूर होकर कर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों को शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहाकि हर पांच साल में 25 प्रतिशत वेतन में वृद्धि करने का प्रावधान है लेकिन निर्धारित अवधि पूरा हुए दो साल से अधिक समय हो गया। इसके बावजूद बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों का वेतन वृद्धि नहीं की जा रही है। उल्टे एनपीए बढऩे का हवाला देकर बैंक कर्मियों को दंडित किया जा रहा है।
अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने दी चेतावनी
श्री कुमार ने चेतावनी देते हुए कहाकि दो दिवसीय हड़ताल के बाद भी यदि लंबित मांगों को नहीं माना जाता है तो यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर आगामी 11 मार्च से तीन दिवसीय हड़ताल होगी। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकाला गया तो बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी 1 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। 
ये हैं प्रमुख मांगें
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बुलाई गई देशव्यापी हड़ताल जिन मांगों को लेकर हुई है उसमें वेतन पुनरीक्षण, 5 दिवसीय बैंकिंग प्रणाली की शुरूआत, विशेष भत्ते को मूल वेतन में विलय करना, न्यू पेंशन स्कीम को हटाना, पेंशन का अद्यतनीकरण, परिवार पेंशन में सुधार, स्टाफ कल्याण कोष का आवंटन परिचालन लाभ के आधार पर करना, अधिकारियों के लिए कार्य के समय को निर्धारित करने के अलावा अन्य और मांगें शामिल हैं।
एटीएम पहले दिन ही खाली
राष्ट्रीय बैंकों में हड़ताल के पहले दिन एटीएम से पैसा की जगह खाली पर्ची निकल रही थी। जिससे आम उपभोक्ता एक एटीएम से दूसरे एटीएम तक भटकते दिखाई पड़े। गनीमत रही कि प्राइवेट बैंक खुले रहने के कारण उनके एटीएम का इस्तेमाल राष्ट्रीय बैंक के खाता धारक कर रह थे।

प्रदर्शन में ये हुए शामिल
दो दिवसीय हड़ताल के दौरान धरना प्रदर्शन करने वालों में एसबीआई बैंक के रविभूषण वर्मा, पंकज मिश्रा, मंदीप कुमार, लल्लन सिंह, गौतम पिपलादिया, शिव प्रसाद, संतोष आचार्या, सुुंदर पेंगू, धर्म कुमार, काली चरण शामिल रहे। जबकि यूनियन बैंक के समक्ष धरनारत लोगों में अमरेश झा, राकेश कुमार, ऋषिकेश सहाय, संदीप कुमार, सुशील चौधरी, राजाराम साहू, भैया लाल वर्मा उपस्थित रहे।
इनका कहना है-
जिले में राष्ट्रीय बैंकों की कुल 68 शाखाएं हैं। कर्मचारियों एवं अधिकारियों के हड़ताल पर जाने के कारण लेनदेन ठप है। सोमवार को हड़ताल समाप्त हो जाएगी। इसके बाद बैंकों में कार्य सुचारू रूप से पुन: संचालित हो जाएगा।
पीटर कालरा, एलडीएम
 

Created On :   1 Feb 2020 9:44 AM GMT

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