पेंगोलिन और बाघ की हड्डियों की जब्ती का मामला

Case of seizure of bones of pangolin and tiger
पेंगोलिन और बाघ की हड्डियों की जब्ती का मामला
तस्करों का घर तलाशा पेंगोलिन और बाघ की हड्डियों की जब्ती का मामला

डिजिटल डेस्क, सिवनी। बाइक से व्यापारी को पेंगोलिन और बाघ की हड्डियों की सप्लाई करने जा रहे तीन तस्करों पर शिकंजा कसता जा रहा है। पूछताछ में आरोपियों की निशानदेही पर जगह-जगह कार्रवाई की जा रही है। वहीं दूसरी और एसटीएफ टीम सिवनी पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गई है। माना जा रहा है कि तस्करों के तार दूसरे बड़े शहरों से जुड़े हैं। हालांकि इसमें अभी कुछ खुलासा नहीं हुआ है। एसटीएफ और पेंच की टीम ने आरोपियों के घरों में छापे मारे लेकिन वहां पर कोई भी संदिग्ध वस्तु या वन्यजीवों के अवशेष नहीं मिले।

पहले से आना जाना-

मुख्य आरोपी कटंगी के जरखड़ी निवासी निरपत कुमरे का कुरई के पोटिया गांव में  ससुराल है। उसका पोटिया निवासी अनिल के घर आना-जाना रहता था। जांच में पता लगा कि निरपत ने अपने दो साथियों की मदद से पेंगोलिन और बाघ की हड्डियां को बेचने के लिए नागपुर के किसी व्यापारी का पता कर उससे अच्छी कीमत में बेचने जा रहा था। लेकिन तीनों लोगों वन विभाग टीम के हत्थे चढ़ गए।

पता लगेगा कितने साल पुरानी हैं हड्डियां-

आरोपियों से जब्त की गई वन्यजीवों की हड्डियां कितने समय पुरानी हैं इसका पता लगाने के लिए उन्हें फारेंसिक लैब भेजा जाएगा। हालांकि हड्डियां पुरानी है। लेकिन जानकारों का माने तो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाघ और पेंगोलिन की हड्डियों की कीमत काफी अधिक है। पूर्व में ऐसे प्रकरण सामने आए थे, जहां बाघ की कमर की हड्डी की कीमत पांच लाख रुपए में बेचने के लिए तस्कर ले जा रहे थे। ज्ञात है, कि पेंच के अमले ने तीन तस्करों सेबड़ी संख्या में हड्डियां जब्त की है।

रजनीश सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, (पेंच टाइगर रिजर्व) का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उनके खिलाफ मामले दर्ज हैं या नहीं इस संबंध में भी पुलिस से पत्राचार किया जा रहा है। 


 

Created On :   6 May 2022 1:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story