खाद की किल्ल्त: रीवा में खाद ना मिलने को लेकर नाराज किसान, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, तो खाद के बदले मिली लाठी

- स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया- पुलिस प्रशासन
- पुलिस ने लाठीचार्ज कर किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
- पुलिस की लाठीचार्ज से कई किसान घायल
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में खाद की किल्लत इतनी है, किसानों को 24 से 48 घंटे तक लाइन में खड़े रहने के बाद भी खाद के बदले लाठियां मिल रही है। खाद के लिए लाइन में लगे किसानों को पुलिस ने पहले तो धक्का दिया। धक्का देकर किसानों को लाइन से हटाया। उसके बाद लाठीचार्ज शुरू कर दिया। जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। वहां मौजूद महिलाओं को भी पुलिस ने हटाया। लाठीचार्ज के बाद महिलाएं भड़क गई और उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। भगदड़ के बाद पुलिस ने किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस दौरान कई बैरिकेड भी गिरे। पुलिस की लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए।
मंगलवार देर रात खाद से परेशान किसानों का गुस्सा सरकार और प्रशासन के खिलाफ फूट पड़ा। खाद की मांग को लेकर करहिया मंडी में किसान अड़े रहे और प्रशासन के सामने नतमस्तक होकर खड़े रहे। इस दौरान किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके बदले पुलिस ने किसानों को लाठी से खदेड़ दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और भीड़ को तितर-बितर किया।
धूप-गर्मी की परवाह किए बिना खाद के लिए किसानों को लंबी -लंबी कई किलोमीटर तक की कतारों में घंटों भर खड़ा होना पड़ रहा है। उनका कहना है कि कई दिनों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन खाद नहीं मिलने से फसलें सूख रही है। खाद को लेकर जिला प्रशासन का कहना है कि खाद का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। खाद वितरण पर भी कड़ी निगरानी है। कलेक्टर प्रतिभा पाल का मीडिया से कहना है कि सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं के जरिए खाद बांटा जा रहा है।
Created On :   3 Sept 2025 2:23 PM IST