सैकड़ों मवेशी आंधी में उड़कर रिहंद डैम में डूबे - सप्ताह भर बाद किनारे लगे शव

Cattle dead bodies found they are died due to drowning in dam
सैकड़ों मवेशी आंधी में उड़कर रिहंद डैम में डूबे - सप्ताह भर बाद किनारे लगे शव
सैकड़ों मवेशी आंधी में उड़कर रिहंद डैम में डूबे - सप्ताह भर बाद किनारे लगे शव

भास्कर न्यूज, सिंगरौली (बैढ़न)। तेज आंधी में यहां गांव के लगभग दो सौ मवेशी उड़कर रिहंद डैम में जा समाए थे, यह खुलासा तब हुआ जब पिछले दिनों सारे मवेशियों के शव तैरकर डैम के किनारे आ लगे और इनकी दुर्गंध से लोगों का रहना मुश्किल हो गया। पिछली 30 मई को आयी भीषण आंधी एवं पानी की भयावहता अब तक देखने को मिल रही है। रिहंद डैम के किनारे शाहपुर गांव के पास बड़ी संख्या में मवेशी चरने गए थे। तेज हवा के झोंके से तमाम मवेशी डैम में जाकर डूब गए । अब इनकी लाशें बाहर आकर किनारे लग रही हैं। जिनसे पूरे क्षेत्र में दुर्गंध फैल रही है।

इसकी जानकारी होने पर गहिलगढ़ पूर्व के निवासी सुनील वर्मा, महगू वर्मा और बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी आदित्य वर्मा ने आज क्षेत्र का भ्रमण किया। आदित्य ने बताया कि शाहपुर व आसपास के गांवों के करीब 200 से ज्यादा मवेशी गायब हैं। जिनका आंधी के बाद पता ही नहीं चल रहा है। इनमें से तमाम मवेशियों की लाशें अब किनारे आ रही हैं, जिससे पता चल रहा है कि ये मवेशी आंधी के साथ पानी में बहकर डूब गए थे। श्री वर्मा ने बताया कि शाहपुर में एनटीपीसी का ऐश डाइक है। आशंका यह भी जतायी जा रही है कि कुछ मवेशी उसमें भी फंसकर मर गए होंगे। उन्होंने बताया कि मवेशियों की लाशों से पूरा डैम का किनारा पटा हुआ है। इन लाशों में गाय, बैलों के साथ ही कुत्ते व अन्य जानवरों की लाशें भी शामिल हैं। लाशों के सड़ने की वजह से पूरे क्षेत्र में दुर्गंध के कारण जाना मुश्किल हो रहा है। हम लोग एक ही स्थान पर गए थे, जहां से फोटो ले पाये। उन्होंने बताया कि शाहपुर के ग्रामीणों ने बताया कि करीब-करीब सभी के 5 से 10 मवेशी गायब हैं।

प्रशासन से नहीं मिली मदद
ग्रामीणों को इस बात का रोष भी है कि अभी तक उनका हाल-चाल लेने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं आया है। ग्रामीणों ने कहा कि सरकारी मदद तो बाद की बात है पहले तो इन मवेशियों को दफनाने की कार्यवाही की जानी चाहिए , ताकि क्षेत्र में अन्य रोग न फैलें, क्योंकि लाशें सड़ चुकी हैं। इनकी दुर्गंध से गांव में रहना मुश्किल हो रहा है। हालांकि जिस प्रकार मीडिया को इस घटना की जानकारी नहीं हुई है, उसी प्रकार से प्रशासन को भी पता नहीं चला होगा। उम्मीद है कि खबर लगने के बाद प्रशासन जरूर लाशों को हटाने व ग्रामीणों को मदद उपलब्ध कराने आगे आयेगा।

 

Created On :   5 Jun 2018 12:00 PM GMT

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