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अडानी ग्रुप के लिए सिंगरौली में कोल लोडिंग बढ़ाने बनाई जाएगी अतिरिक्त साइडिंग
![Coal dispatch in railway station Singrauli for adani group Coal dispatch in railway station Singrauli for adani group](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2018/01/coal-dispatch-in-railway-station-singrauli-for-adani-group_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क सिंगरौली मोरवा । जल्द ही रेलवे स्टेशन सिंगरौली में कोल डिस्पैच मौजूदा मात्रा से दोगुना हो जायेगा,इसके लिये रेलवे नई स्पर साइडिंग का निर्माण कर रहा है। जिसे निर्माणाधीन सब स्टेशन के पास से कोललोडिंग यार्ड तक नई लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस लाइन को 700मीटर नई लाइन के रूप में तैयार किया जाना है जो रेलवे ओवर ब्रिज के पास मेन लाइन से शुरू होगी। जिसके जरिये हर दिन लगभग 4से 5 रैक कोयला लोडिंग की योजना है, अभी तक यहां से औसतन इतना ही कोयला डिस्पैच किया जा रहा है जिसे एनसीएल देश के दूर दराज व मुहाने के पावर स्टेशनों को भेजता है। जिस प्रकार रेलवे लाइन के निर्माण को लेकर गति देखी जा रही है उससे तो यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि नये वित्त वर्ष के पहले सप्ताह से ही रेलवे इसे चालू कर लेगा।
यह सारी कवायद को लेकर रेलवे भी पुरजोर तैयारी में है बताया जा रहा है कि बीते वर्ष धनबाद मंडल के सिंगरौली और महदेईया स्टेशन से कई कम्पनियां बरगवां के नये कोलयार्ड में स्थानांतरित हो गयी।जिससे धनबाद मंडल को करोड़ों रूपये राजस्व का नुकसान हुआ है और अपेक्षाकृत कोल लोडिंग डिस्पैच आधे से भी कम हो गया है जिसकी भरपाई करने के लिये पूमरे स्टेशन के इंन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने की तैयारी में है। अभी तक यहां पर दो ही स्पर साइडिंग है जिसमें से गोरबी और जयंत प्रोजेेक्ट की कोललोडिंग होती है। अमूमन तीन से चार घंटे में एक रैक लोड करने और उसे डिस्पैच करने को लेकर लाइन कम होने के कारण जूझना पड़ता है।
अडानी के लिये की जा रही व्यवस्थाएं
रेल सूत्रों की मानें तो बीते कई महीनों से सिंगरौली क्षेत्र में कोल डिस्पैच को लेेकर अडानी कम्पनी को रेलवे के साथ बड़ा समझौता किये जाने की जानकारी दी जा रही थी। जिसको लेकर रेल और कोयला मंत्रालय स्तर पर भी तैयारी की जा रही थी। कहा जा रहा है कि अडानी के लिये ही इस नई लाइन का निर्माण किया जा रहा है जो अपने पावर प्लांटों के लिये हर दिन चार से पांच रैक कोयला डिस्पैच करेगा। जिसके लिये उसने ही रेलवे से समझौता कर सिंगरौली में नई स्पर साइडिंग बनवाना शुरू किया है। आने वाले तीन से चार महीने के अंदर नई रेलवे लाइन बनते ही कम्पनी कोल लोडिंग का कार्य शुरू कर देगी।
बढ़ेगा प्रदूषण
जानकारों की मानें तो इस नये कोल यार्ड केनिर्माण से सिंगरौली रेलवे स्टेशन में प्रदूषण का दायरा और भी बढ़ जायेगा। स्टेशन के साथ ही मोरवा-वैढऩ मार्ग की ओर भी कोयला जमा करने की योजना बताई जा रही है जिससे कोटा मोड़, काली मंदिर रोड में प्रदूषण बढ़ेगा। यदि जल्द ही बंद हाइवा वाहनों से कोयला ढुलाई का नियम सख्ती से पालन नही कराया गया तो जयंत मोरवा, गोरबी मोरवा और यूपी खदानों से सिंगरौली रेलवे साइडिंग तक पहुंचने वाले कोल कैरियर्स से सडक़ मार्ग और भी व्यस्त हो जायेगा। कम्पनी की आहट से एक साथ सैकड़ों कोयला वाहनों के एक साथ शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। जो कि सिंगरौली रेलवे स्टेशन तक सडक़ मार्ग से कोयला पहुंचाएंगे।
Created On :   30 Jan 2018 7:46 AM GMT