कोरोना - अपडेट हुईं जेल की व्यवस्थाएं, 2 बैरक बनकर हुये तैयार

Corona - updated prison arrangements, 2 barracks ready
कोरोना - अपडेट हुईं जेल की व्यवस्थाएं, 2 बैरक बनकर हुये तैयार
कोरोना - अपडेट हुईं जेल की व्यवस्थाएं, 2 बैरक बनकर हुये तैयार

कारगार में बनाया गया क्वारेंटाइन सेंटर, 24 घंटे बंदियों की हो रही निगरानी
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
जिला जेल में कोरोना वायरस के 32 से अधिक संक्रमित पाये जाने के बाद कारागार की व्यवस्थाएं अपडेट हो गई हैं। जेल अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान समय में कारागार कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि इसके बाद भी पैरामेडिकल स्टॉप द्वारा बंदियों की निगरानी की जा रही है। बताया जाता है कि जेल में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के पाये जाने के बाद कारागार में क्वारेंटाइन सेंटर भी बनाया गया। जेल अधीक्षक का कहना है कि कोरोना के चलते नये बंदियों को मेडिकल जांच के बाद ही कारागार में प्रवेश दिया जा रहा है। अधीक्षक ने बताया कि जांच बगैर कारागार भेजे गये बंदियों को बाहर बनाई अस्थाई जेल में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब तक बंदियों की मेडिकल रिपोर्ट नहीं आती है तब तक उन्हें कारागार में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
2 तैयार और 2 का निर्माण जारी
कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार के चलते जिला जेल की व्यवस्थाओं का प्रशासन ने कायाकल्प किया है। कलेक्टर के आदेश पर जहां दो बैरक तैयार हो चुकी हैं, वहीं दो का निर्माण कार्य अंतिम दौर में जारी है। जेल अधीक्षक ने बताया कि तैयार हो चुकी बैरक का उपयोग अस्थाई कारागार के बतौर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नई बैरक के तैयार होने के बाद 80 बंदियों को इनमें निरूद्ध किया जायेगा। इससे जेल में ओवर क्राउड के खत्म होने के साथ बंदियों की सुविधाओं में इजाफा होगा।
क्वारेंटाइन सेंटर मेें पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात
जेल में कोरोना ब्लॉट होने के बाद कारागार में क्वारेंटाइन सेंटर तैयार किया गया है। अधीक्षक ने बताया कि क्वारेंटाइन सेंटर में एक चिकित्सक समेत पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा दिन और बंदियों के स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। जेल अधीक्षक का कहना है कि भले ही जेल कोरोना से मुक्त हो चुका है, लेकिन ऐहतियात के तौर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि कारागार में बंद प्रत्येक बंदियों के स्वास्थ्य पर प्रतिदिन निगरानी रखी जा रही है।
जेल में अलर्ट, जांच बगैर दाखिल नहीं होंगे बंदी
जिला जेल में कोरोना के बंदियों के पाये जाने के बाद प्रशासन ने कड़ी निगरानी कर दी है। जेल अधीक्षक का कहना है जब तक जेल में दाखिल होने वाले बंदियों की मेडिकल रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक उन्हें कारागार में दाखिल नहीं किया जायेगा। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने तक बंदियों को अस्थाई जेल में रखा जा रहा है। जेल अधीक्षक ने बताया कि कारागार मुक्त हो चुका है, दिन में दो बार बैरक को सेनेटाइज कराया जा रहा है। नये बंदियों से कोरोना फैलने की आशंक के चलते जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उन्हें अस्थाई जेल में रखा जा रहा है।
जांच के बाद फिर कैसे संक्रमित?
जेल अधीक्षक के दावे के अनुसार यहां के कारागार से सतना सेंट्रल जेल में भेजे गये 40 पुरूष और शहडोल भेजी गई 22 महिलाओं को यहां से रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी बंदियों का मेडिकल परीक्षण कराये जाने के बाद उन्हें अन्य जेलों में भेजा गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिले से जांच के बाद शहडोल भेजी गई 12 महिलाएं आखिर कैसे संक्रमति हुईं? बहरहाल जेल अधीक्षक इस मामले में कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। जेल अधीक्षक का कहना है कि सभी बंदियों की जांच कराये जाने के बाद उन्हें अन्य कारागार में शिफ्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर कराई गई जांच में कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अन्य जेलों में शिफ्ट किया गया है।
इनका कहना है
कारागार में बंदियों के संक्रमित पाये जाने पर जेल के अंदर कोविड सेंटर बनाया गया है। डॉक्टर समेत पैरामेडिकल स्टॉफ द्वारा बंदियों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। जिला जेल अब कोरोना से मुक्त हो चुकी है। जेल में दो नई बैरक तैयार हो चुकी हंै, जबकि दो का निर्माण जारी है।
-आरआर सिंह, जेल अधीक्षक

Created On :   28 Aug 2020 10:12 AM GMT

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