कर्ज माफी  सीएम की समीक्षा को लेकर अफसरों में हड़कंप

Debt waiver caused panic among officers over CMs review
कर्ज माफी  सीएम की समीक्षा को लेकर अफसरों में हड़कंप
कर्ज माफी  सीएम की समीक्षा को लेकर अफसरों में हड़कंप

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली(वैढऩ)। जिले में दूसरे चरण की कर्जमाफी को लेकर सीएम कमलनाथ की समीक्षा की जानकारी सामने आने से अफसरों में हड़कंप मच गया है। सीएम की समीक्षा का फरमान यहां पहुंचने के बाद अिधकारियों ने किसानों के ऋणमाफी के प्रकरणों की जानकारी एकत्रित करना शुरू कर दिया है। सहकारी बैंक की जानकारी के मुताबिक पहले चरण की कर्जमाफी में जिले के 9052 िकसानों का कर्जमाफ हो चुका है। उपायुक्त सहकािरता एनपी प्रजापति ने बताया कि प्रथम चरण में डिफाल्टर किसानों का 54 करोड़ 40 लाख का शासन ने ऋण माफ किया है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के बाद ऋण माफी के पात्र किसानों के प्रकरण तैयार कर लिये गये हैं।
18 को सीएम करेंगे कलेक्टर्स से संवाद
कर्जमाफी को लेकर मुख्यमंत्री श्री नाथ 18 दिसंबर को कलेक्टर्स से सीधा संवाद करेंगे। इस दौरान सीएम द्वारा कलेक्टर से वन टू वन चर्चा की जायेगी। बताया जाता है कि सीएम कलेक्टर से उनके जिले में पहले चरण की कर्जमाफी के बाद बचे किसानों की जानकारी लेंगे। जानकारों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा कर्जमाफी की गहन समीक्षा करने की जानकारी सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। कर्जमाफी की समीक्षा को लेकर कलेक्टर केवीएस चौधरी ने सहकारिता, कृिष कल्याण विभाग से लंबित प्रकरणों की जानकारी तलब की है।
साढ़े 41 सौ किसान चिहिंत 
सिंगरौली जिले में प्रथम चरण की कर्जमाफी के लिये 13 हजार 208 किसानों के प्रकरण तैयार किये गये थे। इनमें से पहले चरण में डिफाल्टर किसानों को सबसे पहले राहत दी गई थी। जानकारों के मुताबिक पहले चरण की कर्जमाफी में किसानों का 2 लाख तक का ऋणमाफ किया गया था। जबकि दूसरे चरण की कर्जमाफी में ऐसे किसानों को शामिल किया गया है, जिनके खातों में ऋण की रािश लंबे समय से जमा नहीं की गई है। ऐसे में दूसरे चरण की ऋणमाफी के िलये सहकारी बैंक के 4176 किसानों के प्रकरण तैयार किये हैं। इनमें किसानों का 28 करोड़ 72 लाख का कर्जमाफ किया जायेगा।
सहकारी बैंक में 88 प्रकरण लंबित
सहकारिता विभाग की जानकारी के मुताबिक सहकारी बैंक के स्तर पर 88 प्रकरण लटके हुये हैं। बताया जाता है कि सहकारी बैंक द्वारा इन प्रकरणों की प्रोग्रेस रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराने के कारण इनका निराकरण नहीं हो पाया है। ऐसे में सहकारिता विभाग ने सहकारी बैंक को रिमाइंडर जारी किया है। सहकारिता विभाग का बैंक में रिमांइडर पहुंचने के बाद अब इनमें छानबीन शुरू हो गई है। इसके चलते सोमवार को सहकारी बैंक में अफरातफरी का माहौल देखने को मिला।
इनका कहना है 
सहकारी बैंक के डिफाल्टर किसानों के कर्जमाफी के लिये प्रकरण तैयार कर लिये गये हैं। जैसे ही दूसरे चरण की कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरू होगी  किसानों का ऋण माफ हो जायेगा।
एनपी प्रजापति, उपायुक्त, सहकारिता
 

Created On :   17 Dec 2019 3:06 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story