वी-मेगा मार्ट में श्रमिकों का शोषण ,संचालक और प्रबंधक के खिलाफ दर्ज हुए मामले

Exploitation of workers in v mega mart, cases registered against manager
वी-मेगा मार्ट में श्रमिकों का शोषण ,संचालक और प्रबंधक के खिलाफ दर्ज हुए मामले
वी-मेगा मार्ट में श्रमिकों का शोषण ,संचालक और प्रबंधक के खिलाफ दर्ज हुए मामले

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढन)। श्रम और पुलिस विभाग की टीम ने नवानगर के वी-मेगा मार्ट में छापामार कार्रवाई करते हुए संचालक और मैनेजर के खिलाफ मामला कायम किया है। टीम ने मेगा मार्ट के कर्मचारियों के बयान रिकार्ड कर संचालक और मैनेजर की मनमानी को भी पकड़ा। आरोप है कि संचालक रमेश तिवारी और मैनेजर अफरोज खान द्वारा श्रमिकों का लंबे समय से आर्थिक शोषण किया जा रहा था। इनके द्वारा सेल्स गर्ल और ब्वॉय से 8 घंटे से अधिक काम लेने के बाद भी न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही थी। इसके साथ ही मैनेजर द्वारा मौके पर श्रमिकों की उपस्थिति पंजी समेत अन्य दस्तावेजों का संधारण नहीं किया गया था। जांच में पाया गया कि मेगा मार्ट के संचालक के द्वारा स्टोर में नाबालिग लड़की से काम लिया जा रहा था। श्रम विभाग की टीम ने मौके पर श्रमिकों का पंजीयन नहीं पाये जाने पर आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। कहा जा रहा है कि छापे की भनक लगते ही मैनेजर ने सेल्स स्टाफ को गायब कर दिया था।

छह माह से नाबालिग कर रही थी ओवर टाइम

टीम की स्टोर में जांच से यह बात सामने आई है कि छह माह से एक नाबालिग लडक़ी ओवर टाइम ड्यूटी कर रही थी। इस पर श्रम विभाग की टीम ने नाबालिग का बयान रिकार्ड करते हुये आरोपियों के खिलाफ न्यूनतम मजदूरी का मामला भी कायम किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टीम की मेगा मार्ट में दबिश से संचालक और साइलेंट पार्टनरों में हडक़ंप मचा रहा। टीम की जांच से यह बात भी सामने आई है कि श्रम विभाग के नियमों को दरकिनार कर वी-मेगा मार्ट का संचालन किया जा रहा था। इसके चलते टीम ने मैनेजर समेत 22 कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान के आधार पर आरोपी संचालक और मैनेजर के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।

1 करोड़ 16 लाख की क्षतिपूर्ति का दावा होगा पेश

नवानगर में पिछले तीन साल से संचालित वी-मेगा मार्ट में श्रमिकों को 1 करोड़ 16 लाख 48 हजार कम राशि का भुगतान किया गया है। श्रम विभाग, स्टोर के कर्मचारियों की मजदूरी का वैल्यूऐशन करने के बाद क्षतिपूर्ति का दावा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में पेश करेगा। जांच में टीम ने पाया है कि स्टोर संचालक द्वारा श्रमिकों के ईपीएफ का एकांउट नहीं खुलवाया गया है। इसके साथ ही श्रमिकों का नगद मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। मौके पर श्रमिकों को कितनी वेतन दी जा रही है मैनेजर इसके रिकार्ड प्रस्तुत नहीं कर पाया है।
 

निरीक्षण में यह पाई गई खामियां

श्रम विभाग के निरीक्षण में स्टोर में कई खामियां पाई गई है। इनमें बाल श्रमिक से काम लेने की भी जानकारी सामने आई है। बताया जाता है कि वी-मार्ट के संचालक रमेश तिवारी द्वारा कोलकता से नवानगर स्टोर का संचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रतिष्ठान में श्रमिकों ओवर टाइम, बोनस, मेडिकल की पंजी संधारित नहीं की गई है। 

इनका कहना है

वी-मेगा स्टोर नवानगर की जांचकर आरोपी संचालक और मैनेजर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। श्रमिकों के आर्थिक शोषण का मामला सीजेएम कोर्ट में दायर किया जायेगा। कोर्ट से श्रमिकों को क्षतिपूर्ति दिलाये जाने की मांग की जायेगी। - नवनीत पांडेय, श्रम निरीक्षक

Created On :   19 July 2019 3:06 PM IST

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