- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- पन्ना
- /
- प्रसिद्ध अगस्त मुनि सिद्धनाथ आश्रम...
प्रसिद्ध अगस्त मुनि सिद्धनाथ आश्रम को मिलेगी राष्ट्रीय पहचान
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना के सलेहा स्थित बिल्हा ग्राम में स्थित अगस्त मुनि की तपोस्थली सिद्धनाथ मंदिर स्थल की प्रसिद्धि को राष्ट्रीय पहचान मिलने जा रही है। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग की ओर से ।।महोदव।। समारोह का भव्य आयोजन दिनांक ०१ मार्च २०२२ को किया जा रहा है। खजुराहो संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं मध्य प्रदेश शासन के खनिज साधन एवं श्रम विभाग के मंत्री बृजेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह के मुख्य आतिथ्य में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित हो रहे भव्य महोत्सव में ख्यातिलब्ध कलाकार भगवान महादेव की स्तुति में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। महादेव कार्यक्रम का शुभारंभ अपरान्ह ०१ मार्च को शाम ०४ बजे से होगा। आयोजित कार्यक्रम में बालाघाट की प्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री मुखरान चौरसिया एवं उनके साथियों द्वारा शिव महिमा भक्ति गायन की प्रस्तुति दी जायेगी। वहीं उडीसा के प्रसिद्ध नृत्यकार चंद्रमणि प्रधान एवं उनके साथियों द्वारा गोटीपुआ नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी। डिण्डौरी से तुलेश्वर एवं उनके साथियों द्वारा गोण्ड जनजातीय गुदुमबाजा नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा। रायसेन जिले के गायक गाया प्रसाद प्रजापति एवं साथी शिव महिमा पर बुंदेली लोकगायनों पर गीत प्रस्तुत करेंगे। महाशिवरात्रि के भव्य आयोजन को लेकर संस्कृति विभाग तथा प्रशासन द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है।
भगवान श्रीराम और ऋषि अगस्त की मिलन स्थली है सिद्धनाथ
अगस्त मुनि का यह आश्रम अपने आप में हजारों सालों का इतिहास संजोए है। यहां सिद्धनाथ का मंदिर 6वीं शताब्दी में बनाया गया था। अनोखी शिल्प कला के इस मंदिर के साथ कभी यहां 108 कुंडीय भव्य मंदिर भी हुआ करता था जिसके प्रमाण साफ देखे जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार भगवान श्री राम चित्रकूट से चलकर अगस्त मुनि से मिलने सिद्धनाथ आश्रम आए थे। भगवान राम और अगस्त ऋषि की इसी ऐतिहासिक प्रसंग के चलते अध्यात्मिक दुनिया में पन्ना भी अपनी पहचान रखता है। एक अन्य मान्यता के अनुसार जब शिव पार्वती का विवाह हो रहा था तो दुनिया डोलने लगी थी और तब अगस्त ऋषि को दुनिया का संतुलन बनाने के लिये यहां भेजा गया था। अगस्त मुनि सिद्धनाथ क्षेत्र में आए थे और यहां उन्होंने तपस्या की थी। पन्ना जिले के सलेहा क्षेत्र के पटना तमोली से महज ०६ किमी दूर बिल्हा ग्राम में भगवान श्रीरामचंद्र जी की धनुधारी वनवासी स्वरूप की प्रतिमा अपने आप में अद्भुत है।
कलेक्टर ने लिया तैयारियों का जायजा
कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने महाशिवरात्रि पर्व पर मंगलवार 1 मार्च को गुनौर तहसील के ग्राम बिल्हा कंगाली में शिव आख्यान पर आधारित महादेव कार्यक्रम के आयोजन व्यवस्थाओं का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और अधिकारियों को सौंपे गए दायित्व के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आयोजन टीम के सदस्यों और कलाकारों को स्थानीय स्तर पर जरूरी सहयोग के लिए भी निर्देशित किया गया। कलेक्टर श्री मिश्र ने अधिकारियों को कार्यक्रम स्थल के पहुंच मार्ग को दुरूस्त कराने, चलित शौंचालय, टैंकर, पेयजल, मुनादी के जरिए प्रचार-प्रसार, कलाकारों के रूकने एवं भोजन व्यवस्था इत्यादि के संबंध में निर्देश दिए। आयोजन के संबंध में ग्रामवासियों से सुझाव भी प्राप्त किए गए। कलेक्टर ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बिल्हा गांव के चयन से क्षेत्र को नई पहचान मिलेगी। इसलिए कार्यक्रम के बेहतर आयोजन के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। इस अवसर पर एसडीएम भारती देवी मिश्रा, रामबिहारी चौरसिया सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
अधिकारियों को सौंपे दायित्व
जिला कलेक्टर द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों की नियुक्ति कर दायित्व सौंपा गया है। पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा को आयोजन स्थल में पुलिस बल की व्यवस्था, गुनौर एसडीएम को कानून व्यवस्था के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की तैनाती, ईई पीएचई, जपं सीईओ एवं सीएमओ गुनौर को पेयजल, साफ.-सफाई, लाइट, माइक, पण्डाल व्यवस्थाए ईई पीडब्ल्यूडी को मंचीय व्यवस्थाए उप संचालक सामाजिक न्याय को सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए जरूरी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक कुमार चतुर्वेदी को संपूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्थाओं के लिए नोडल अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है।
Created On :   28 Feb 2022 12:58 PM IST