- अहमदाबाद और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट के भूमि पूजन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल होंगे पीएम मोदी
- कोरोना गाइडलाइंस के साथ दिल्ली में 10 महीने बाद खुले स्कूल, खुश नजर आए बच्चे
- यूपी में आज बीजेपी के 10 उम्मीदवार एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे
- बंगालः बीजेपी नेता शुभेंद्र अधिकारी आज दोपहर 3 बजे कोलकाता में करेंगे रोड शो
- दिल्ली: 26 जनवरी को निकलने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली के खिलाफ SC में आज होगी सुनवाई
किसान ने सल्फास खाकर की आत्महत्या की कोशिश-साहूकार ने हड़प ली जमीन

डिजिटल डेस्क छतरपुर/ नौगांव । नौगांव के तहसील परिसर में शुक्रवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब तहसील परिसर में एक किसान ने सल्फास की गोली का सेवन कर जान देने की कोशिश की। सल्फास का सेवन करने वाले किसान किशोरीलाल रैकवार पिता जयराम रैकवार उम्र 46 साल निवासी टीला को तहसील में मौजूद अधिवक्ताओं ने आनन फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव पहुंचाया। नौगांव में किसान को प्राथमिक उपचार देने के बाद इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि किसान ने यह आत्मघाती कदम इस लिए उठाया कि उसकी गिरवी रखी पुश्तैनी जमीन की कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से अपने नाम रजिस्ट्री करवा ली। जमीन की रजिस्ट्री करवाने की जानकारी जब किसान को लगी तो वह अपनी शिकायत लेकर पिछले एक सप्ताह से तहसील कार्यालय के अधिकारियों के चक्कर लगा रहा था, लेकिन जब उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने सल्फास का सेवन कर जान देने की कोशिश की।
क्या है मामला
दरअसल टीला निवासी किसान किशोरीलाल रैकवार ने पैसे की आवश्यकता पडऩे पर अपनी पांच बीघा पुश्तैनी जमीन पांच लाख रुपए में प्रबल यादव, बबलू यादव, गुमंडी यादव पिता कालचरण यादव के पास रखी थी। दोनों लोगों के बीच तय हुआ था कि जब किशोरीलाल के पास पैसे होंगे तो वह पांच लाख रुपए देकर गिरवी रखी जमीन को मुक्त करवा लेंगे। इसी बीच यादव परिवार के लोगों ने फर्जी तरीके से किशोरीलाल की गिरवी रखी जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली। जमीन की रजिस्ट्री होने की जानकारी जब किशोरीलाल को लगी तो वे पैसों का इंतजाम कर यादव परिवार के लोगों के पास जमीन को मुक्त कराने के लिए पहुंचे। लेकिन यादव परिवार के लोगों ने किसान किशोरीलाल की एक नहीं सुनी। थकहार कर किशोरीलाल शिकायत लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे लेकिन वहां भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। जिससे परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
बेटे के सामने पिता ने खाया जहर
शुक्रवार को किसान किशोरीलाल अपने बेटे के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे थे। सुबह से दोपहर तक वे तहसील कार्यालय में तहसीलदार और एसडीएम के आने का इंतजार करते रहे। लेकिन दोनों अधिकारी शासकीय कार्य से तहसील से बाहर थे, जिसके चलते किशोरीलाल की मुलाकात अधिकारियों से नहीं हो सकी। काफी इंतजार करने के बाद जब अधिकारी नहीं मिले तो किसान के सब्र का बंध टूट गया और उसने तहसील परिसर में ही अपने बेटे के सामने सल्फास का सेवन कर लिया। पिता द्वारा सल्फास का सेवन किए जाने के बाद बेटा बचाव के लिए गुहार लगाने लगा। बेटे की गुहार सुनकर अधिवक्ताओं ने किसान को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। किसान द्वारा सल्फास खाए जाने की सूचना मिलने पर नौगांव थाना प्रभारी राकेश साहू और तहसीलदार बीपी सिंह अस्पताल पहुंचे और किसान के बयान दर्ज किए।
पीडि़त किसान ने अपनी भूमि गिरवी रखी थी ओर गिरवीनामा पर रजिस्ट्री करवायी गयी। किसान के बयान के अनुसार दोनों में यह तय हुआ था कि जब रुपए वापस करेेंगे तो जमीन के कागज भी दे दिए जाएंगे। लेकिन चार दिन से किसान रुपए लेकर कागज के लिए चक्कर लगा रहा था, जब उसकी जमीन नहीं मिली तो आहत होकर उसने सल्फास खा लिया। यह मामला मेरे संज्ञान में पहले नहीं आया था। बयान के आधार पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवई की जाएगी
-वीपी सिंह, तहसीलदार, नौगांव
पूरे मामले की जांच की जाएगी। जांच के आधार पर धोखाधड़ी और मानसिक प्रताडऩा देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। जांच में ही स्पष्ट होगा कि दोनों लोगों के बीच जमीन गिरवी रखते समय क्या करारनामा हुआ था।
-राकेश साहू, थाना प्रभारी, नौगांव
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।