मध्यप्रदेश: छतरपुर में पीडब्ल्यूडी की 300 करोड़ की प्रॉपर्टी 84 लाख में बेचने पर सपा उठाए सवाल कहा मिलीभगत से बेची

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के छतरपुर में पीडब्ल्यूडी का सरकारी जमीन व भवन बेचे जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि छतरपुर जिले में कोतवाली क्षेत्र में, बालाजी मंदिर के सामने स्थित पीडब्ल्यूडी का सरकारी भवन और जमीन 84 लाख में बेचा गया। यह प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से हुआ है। उन्होंने कहा, अब तो सरकारी भवन भी सुरक्षित नहीं हैं। सरकारी संपत्तियों की खुली लूट हो रही है । सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में कुछ प्रभावशाली नेता और मंत्री भी शामिल हैं। अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा। उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच हो। सपा नेता ने यह भी कहा कि यदि दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो समाजवादी पार्टी सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। बताया जा रहा भवन की कीमत 300 करोड़ों आंकी गई है। प्रशासन की मिलीभगत से इसे निजी हाथों में सौंपा गया है। छतरपुर भू-माफियोओं का अड्डा बना हुआ है। भवन खरीदने वाले धीरेेंद्र गौर और दुर्गेश पटेल की जांच होनी चाहिए। इसके पास इतना पैसा आया कहां से । अभी जो कार्रवाई की गई है वो रजिस्ट्री लिखने वाले पर हुई है। लेकिन अब तक खरीदने और बेचने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फर्जी नामांतरण की भी बात सामने आई है। 2024 में दान पत्र भी बताया जा रहा है। पर सवाल ये कि क्या अधिकारी आंख बंद कर बैठे हुए हैं। मामले में जांच कर एफआईआर दर्ज हो।
Created On :   13 Oct 2025 9:52 AM IST