नुकसान भरपाई की आस लगाए किसानों ने किया रबी का रुख

Farmers turned to Rabi hoping to compensate for the loss
नुकसान भरपाई की आस लगाए किसानों ने किया रबी का रुख
रिसोड़ नुकसान भरपाई की आस लगाए किसानों ने किया रबी का रुख

डिजिटल डेस्क, रिसोड़. मौसम के लहरी स्वभाव के कारण फसलों को हुए नुकसान की भरपाई मिलने की आस लगाए रिसोड़ परिसर के किसानों ने अब रबी का रुख किया है । परिसर में कृषि कार्यों की शुरुआत हो चुकी है और परिसर के किसान खेतों को तैयार करने में व्यस्त हो गए है । लगातार बारिश के कारण ज़मीन में नमी होने से खेतों को तैयार करने में बाधा आ रही है । इन दिनों संपूर्ण परिवार के खेतों में उतरने का चित्र परिसर में नज़र आ रहा है । वापसी की ज़ोरदार बारिश के बाद हुई बेमौसम बारिश से परिसर के खेतों को भारी नुकसान हुआ है । ऐन कटाई पर आई फसलें भी आंखों के सामने नुकसान की भेंट चढ़ गई । पाई-पाई जोड़कर पैसे खरीफ की बुआई में लगाने के बाद भी हाथ में कुछ भी ना आने से किसान भारी आर्थिक संकट में पड़ गए है । उड़ीद, मूंग, सोयाबीन सभी हाथ से चला गया । शासन की ओर से नुकसान भरपाई को लेकर किसानों द्वारा मांग ज़ोर पकड़ने के बाद आखिर मुख्यमंत्री ने सहायता निधि घोषित की, मात्र  रिसोड़ तहसील के कुछ मंडलों को सहायता घोषित ना होने से यह सहायता किसानांे को कब मिलेंगी, इसकी गारंटी नही । नुकसान भरपाई की प्रतीक्षा में रहते अब सामने रबी मौसम आ गया है । इस कारण पिछले सब भुलाकर किसान रबी के बुआई कार्य में व्यस्त हो गया है । पिछले 4-5 वर्षो से सुखे अकाल की मार झेलनेवाले किसानों को इस मर्तबा अधिक बारिश की मार सहनी पड़ी ।

इसबीच सभी दुःख भुलाकर किसान अब नए जोश और नई उम्मीद के साथ रबी की बुआई में लग गया है । लगातार बारिश से रिसोड़ परिसर की कृषिभूमि में नमी होने से खेतों मंे बड़े पैमाने पर किचड़ अब भी वैसे ही है । इस कारण खेतों को तैयार करते समय किसानों को परेशानी हो रही है । किचड सुखने की प्रतीक्षा की जाए तो बुवाई में देरी होकर मौसम हाथ से निकलने का खतरा है । बारिश के कारण पहले ही रबी में देरी हुई है । ऐसे में और देरी होना किसानों के लिए लाभदायक नहीं होंगा । जिन स्थानों पर बारिश की कम मार पड़ी वहां पर बुवाई की शुरुआत हो चुकी है । ज़मीन की नमी से मशागत कार्यों में समस्या हो रही है । खरिफ की नुकसान का अवशेष अब तक खेतभर में फैला हुआ होने से अतिरिक्त काम बढ़ गया है । बारिश से खेतों में तणसंख्या भी बढ़ गई है । ऐसे समय पर घर की महिलाओं और बच्चों के साथ संपूर्ण परिवार भी कृषिकार्य मंे व्यस्त हो गया है । सुबह नाश्ता-पानी कर महिलाएं खेतांे में मशागत, तण निकालने के कार्य में मदद कर रही है ।

Created On :   15 Nov 2022 1:25 PM GMT

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