सहकारिता माफिया ने गेहूं की खरीदी में किया करोड़ों का खेल - भावांतर और बोनस राशि हड़पने फर्जीवाड़ा

Fraud of crores by cooperative mafia in bhavantar and bonus money
सहकारिता माफिया ने गेहूं की खरीदी में किया करोड़ों का खेल - भावांतर और बोनस राशि हड़पने फर्जीवाड़ा
सहकारिता माफिया ने गेहूं की खरीदी में किया करोड़ों का खेल - भावांतर और बोनस राशि हड़पने फर्जीवाड़ा

डिजिटल डेस्क, छतरपुर । लोकायुक्त जांच में फंसे और किसानों की KCC की राशि अपने खाते में डालकर करोड़ों रुपए का घोटाला करने वाले सहकारिता माफिया हरिओम अग्निहोत्री का एक नया कारनामा सामने आया है। अग्निहोत्री ने गेहूं उपार्जन के करोड़ों रुपए पाने के लिए अपने और अपने परिजनों के नाम करोड़ों रुपए का गेहूं खरीदी केंद्र में डालकर करोड़ों रुपए का हेरफेर किया है। इन्होंने इसके लिए कुछ ऐसे फर्जी किसानोंं केे नाम गेहूं खरीदी दिखाई जिनके नाम एक बीघा भी जमीन नहीं है। हरिओम ने न केवल गेहूं उपार्जन में करोड़ों रुपए अपने परिजनों और फर्जी किसानों के नाम निकाले हैं, बल्कि भावांतर योजना में भी लाखों रुपए की राशि हड़प ली है। यह हेरफेर सहकारिता द्वारा जारी गेहूं उपार्जन व भावांतर की सूची व उनके बैंक खाते से साफ उजागर होता है।

हरिओम अग्निहोत्री द्वारा शासन की गेहूं उपार्जन योजना में घोटाला करने में न केवल अपने परिजनों के नाम से गेहूं डालकर करोड़ों कमाए हैं बल्कि ऐसे फर्जी नामों से भी बोनस व गेहूं की राशि प्राप्त की है जिनके नाम एक भी बीघा जमीन नहीं है। इनमें डिकोली के राहुल सेन तनय राजू सेन, रामरती पत्नी रामबक्स सेन, संजीव तनय गोविंद सेन का नाम शामिल है। बोनस वितरण वर्ष 2017-18 की सूची में हितग्राही क्रमांक  7230750538 पर राहुल सेन का नाम दर्ज है। इनमें राहुल द्वारा 222 क्विंटल गेहूं सेवा सहकारी समिति डिकौली में जमा करना बताया गया है। इसके एवज में राहुल के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा बड़ामलहरा के खाता क्रमांक 652013006644 में 44 हजार 400 रुपए जमा किए गए हैं। इसी प्रकार हितग्राही क्रमांक 1172307505339 में संजीव सेन के नाम से 298 क्विंटल गेहूं जमा किया गया है। इसके बदले में भी उसके खाता में 59 हजार 600 रुपए और हितग्राही क्रमांक 1172307505340 में रामरती सेन के नाम से 185 क्विंटल गेहूं जमा दिखाकर 37 हजार रुपए खाते में जमा किए गए हैं। जबकि राजस्व रिकार्ड अनुसार इन तीनों के नाम सेवा सहकारी समिति डिकौली क्षेत्रान्तर्गत आने वाले गांवों में से किसी भी गांव में एक बीघा भी जमीन नहीं है।

भावांतर में कमाए  33 लाख रुपए
सहकारिता माफिया हरिओम अग्निहोत्री ने न केवल गेहूं उपार्जन में शासन को करोड़ों रुपए का चूूना लगाया है बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना भावांतर में भी लाखों रुपए की हेराफेरी की है। इनके द्वारा भावांतर योजना का लाभ भी सेवा सहकारी समिति डिकौली के किसानों को न देते हुए अपने परिजनों को दिया है। इस योजना में हरिओम ने अपने भाई श्रीओम अग्निहोत्री के नाम 37.2 क्विंटल, ममता अग्निहोत्री के नाम 32.15 क्विंटल, रवि अग्रिहोत्री के नाम 116 क्विंटल, पिता मन्नू लाल अग्निहोत्री के नाम 65 क्विंटल, पत्नी विद्या के नाम 103 क्विंटल, पुत्र शशि के नाम 114.48 क्विंटल, आकाश के नाम 17.6 क्विंटल और स्वयं अपने नाम से 24.5 क्विंटल उड़द का मूल्य ओर भावांतर प्राप्त किया है। इस तरह से इन्होंने करीब 20 लाख रुपए मूल्य व 13 लाख रुपए भावांतर के रूप अपने परिजनोंं के नाम डकार लिया है।

कमाए एक करोड़
सहकारिता विभाग में घोटालों को लेकर हमेशा सुर्खियोंं में रहने वाले सेवा सहकारी समिति डिकौली के समिति प्रबंधक हरिओम अग्निहोत्री का एक बड़ा कारनामा सामने आया है। हरिओम अग्रिहोत्री और उनके परिजनों ने इस भीषण सूखा में भी करोड़ों रुपए का गेहूं पैदा किया है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि सेवा सहकारी समिति डिकौली में वर्ष 2017-18 में गेहूं खरीदी के आंकड़े बता रहे हैं। हरिओम और उनके परिजनोंं के यहां काफी खेती की जमीन है, लेकिन इतनी जमीन नहीं है कि हजारों क्विंटल गेहूं उनके यहां पैदा हो सकें, लेकिन पिछले साल उनके यहां 4 हजार 839 क्विंटल गेहूं पैदा हुआ है। इसके एवज में हरिओम और उनके परिजनों ने 82 लाख रुपए गेहूं उपार्जन के नाम पर और 9 लाख 67 हजार 800 रुपए बोनस राशि के रूप में प्राप्त किया है। इस गड़बड़ी में हरिओम ने स्वयं अपने नाम से 679 क्विंटल गेहूं जमा किया है। इसी प्रकार उन्होंने अपने बेटा आकाश के नाम से 655 क्विंटल, शशि के नाम से 670 क्विंटल, रवि के नाम से 445 क्विंटल, पत्नी विद्या के नाम से 675 क्विंटल, पिता मन्नू के नाम से 450 क्विंटल,  भाई श्रीओम अग्निहोत्री के नाम से 650 क्विंटल, भाई शिवओम की पत्नी ममता के नाम से 550 क्विंटल गेहूं जमाकर करके शासन को करीब एक करोड़  रुपए का चूना पिछले वित्त वर्ष में लगाया है।

कराएंगे जांच
मुझे इन मामलों की जानकारी नहीं है। हम रिकार्ड दिखवाते हैं। अगर इतनी बड़ी गड़बड़ी हुई है तो हरिओम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जेएस ठाकुर, महाप्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक गेहूं खरीदी

Created On :   17 May 2018 8:44 AM GMT

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